उत्तराखंड में भूकंप का सिलसिला लगातार जारी है, उत्तरकाशी में पहले भी 6 दिनों में कुल 9 झटके महसूस किए जा चुके हैं। लिहाजा इसी क्रम में एकबार फिर उत्तरकाशी में शनिवार देर रात 1:40 पर भूकंप का झटका महसूस किया गया, जिसमें किसी भी प्रकार के जान व माल की हानि सम्मिलित नहीं है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.5 मैग्नीट्यूड थी, जिसका केंद्र उत्तरकाशी में ही जसपुर व मांडो के बीच वन क्षेत्र में भूमि की सतह से 5 किमी नीचे था। जानकारी के मुताबिक इससे कुछ देर पहले तिब्बत क्षेत्र में भी 3.6 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया जो कि देर रात तकरीबन 1:10 बजे आया था।
हफ्ते भर बाद एकबार फिर डोली उत्तराकाशी में धरती
उत्तरकाशी तो मानों भूकंप का गढ़ बन चुका है, उत्तरकाशी में बीते 20 दिनों में अबतक नौ झटके आ चुके हैं। जिला मुख्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों में लगातार आ रहे भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत है। इन भूकंप के झटकों के पीछे की एक बड़ी वजह मुख्य केंद्रीय भ्रंश यानी मेन सेंट्रल थ्रस्ट है जो कि हिमालय की गोद में बसे उत्तरकाशी जनपद के भटवाड़ी के पास से गुजरता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र के नीचे के लगातार विवर्तनिक हलचल चलती रहती है, जो कि भूकंप का कारण बनती है। विशेषज्ञों की मानें तो लगभग 50 मिलियन वर्ष पूर्व हिमालय का निर्माण इंडियन और यूरेशियन प्लेटों के आपस में टकराने से हुआ था।