स्वास्थ्य महकमा कोविड-19 के बुरे दौर में फ्रंटलाइन वर्क के रूप में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने जा रहा है। जिसके लिए बकायदा स्वास्थ्य विभाग द्वारा पत्र भी जारी कर दिया गया है। पूरे मामले में एसीएमओ डॉ भारती ने कहा कि उन्हें शासन से जो पत्र प्राप्त हुआ है उसमें साफ लिखा गया है कि इन कर्मचारियों को कि सेवाएं 31 मार्च के बाद न ली जाएं। उन्होंने कहा हालांकि इनकी सेवाएं समाप्त होने के बाद स्वास्थ्य विभाग को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। मगर शासन से जो निर्देश प्राप्त हुए हैं।
उसके क्रम में 31 मार्च तक ही इनकी सेवाएं ली जा सकती हैं। आपको बताते चलें कि कोरोना की विकट परिस्थितियों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनपद पौड़ी में 155 कर्मियों को तैनाती दी गई थी जिनमें फॉर्म्सट्रेस, स्टाफ नर्स, वार्ड बॉय आदि शामिल थे वही कोरोना के समय काम करने वाले इन कर्मचारियों का कहना है कि जिस तरह से उन्होंने निस्वार्थ भाव से कोरोना की विकट परिस्थितियों में अपनी सेवाएं दे।
यह भी पढ़ें-नशीला पदार्थ पिलाकर महिला से किया दुष्कर्म
इनकी सेवाओं को देखते हुए इनकी सेवाओं को विस्तार दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जिस तरह से प्रदेश में नई सरकार का गठन हुआ है प्रदेश सरकार जल्द ही इनके पक्ष में कोई निर्णय लेगी। तो वही कोरोना में सेवा दे रही कर्मचारी ने बताया कि सेवा समाप्त हो जाने के बाद उनके समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की विकट परिस्थितियों में उन्होंने अपने बच्चों को घर में छोड़कर सेवाएं दी है और सरकार को इनकी निस्वार्थ सेवा के भाव को देखते हुए इनकी सेवा को आगे बढ़ाना चाहिए। जिससे इनके परिवार के ऊपर आर्थिक संकट न आ सके।