नए साल पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक एसी बसों का तोहफा दिया। मुख्यमंत्री ने राजघाट डिपो से इन बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण मुक्त, सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन के नए युग में दिल्लीवासियों का स्वागत करता हूं।
नई 50 बसें दिल्ली के सात रूटों पर चलेंगी। दिसंबर 2023 तक दिल्ली में 2280 इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी। 2025 तक 6380 और ई-बसें खरीदी जाएंगी। इसके बाद दिल्ली में बसों की कुल संख्या 10480 हो जाएगी। इनमें 8280 बसें इलेक्ट्रिक होंगी। इस मौके पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत समेत परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों की लंबाई 12 मीटर है। इन बसों में जीपीएस, सीसीटीवी, व्हील चेयर, महिलाओं के लिए 25 फीसदी पिंक सीट, दृष्टिबाधितों, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए सीटें हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने काफी कम समय में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या में बढ़ोतरी की है। दिल्ली में अब कुल 7379 बसें हो गई हैं। यह दिल्ली की सड़कों पर अब तक सर्वाधिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएमआरसी भी 100 इलेक्ट्रिक बसें संचालित कर रही है। इन बसों का ठीक से संचालन नहीं हो पा रहा है। दिल्ली सरकार ने इन बसों के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीएमआरसी के फीडर रूट पर अब दिल्ली सरकार बसें चलाएगी। मेट्रो के फीडर रूट पर 100 इलेक्ट्रिक बसें पर्याप्त नहीं हैं। साल के अंत तक फीडर बसों की संख्या बढ़ाकर 480 की जाएगी।
इस तरह दिसंबर तक दिल्ली के पास 2280 इलेक्ट्रिक (डीटीसी की 300, 480 फीडर बसें और 1500 ई बसें) बसें हो जाएंगी। 2025 के अंत तक 6380 और इलेक्ट्रिक बसें खरीदने के बाद बसों की कुल संख्या बढ़कर 10480 हो जाएगी। इनमें 8280 इलेक्ट्रिक बसें होंगी।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि यह नए युग की शुरुआत है। परिवहन बेड़े में 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें शामिल होने के बाद दिल्ली में शून्य प्रदूषण वाली 300 इलेक्ट्रिक बसों को सड़क पर उतारने का पहला चरण पूरा कर लिया है।
इलेक्ट्रिक बसों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए चार्जिंग स्टेशनों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के साथ ही अल्ट्रा चार्जिंग स्टेशन का भी उद्घाटन किया। उन्होंने स्टेशन पर मौजूद सुविधाओं का भी जायजा लिया। अल्ट्रा चार्जिंग पॉइंट पर बसों को एक घंटे से भी कम वक्त में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है। इससे कम समय में अधिक बसों को चार्ज किया जा सकेगा।
बसे में सुविधा
- दिव्यांग यात्रियों के लिए अनुकूल हैं लो फ्लोर एसी बसें।
- महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा।
- बसों से न तो धुआं और न ही शोर होगा। यह बीएस-6 मानकों के अनुरूप हैं।
- सभी बसों में जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे, व्हील चेयर, डिजिटल-कांटेक्टलेस टिकटिंग, सीसीटीवी, पैनिक बटन, हूटर हैं। सभी बसें टू-वे सेंट्रलाइज्ड कमांड और कंट्रोल सेंटर से जुड़ी हैं