कांग्रेस पार्टी सत्ता में वापस आने की पूरी कोशिश कर रही है, ऐसे में पार्टी जी- जान से अपनी वापसी को लेकर जूटी हुयी है। अब जब पार्टी द्वारा पूरा जोर दिया जा रहा है, तो उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी अपनी पूरी ताकत सत्ता में वापसी के लिए लगा रखी है। विधानसभा सत्र के आखिरी दिन शीतकालीन सत्र के समाप्त होने पर पूर्व सीएम हरीश रावत द्वारा ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में धरना- उपवास के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सत्र के समाप्त होने के बाद अगले दिन की सुबह सीएम रावत प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के साथ हेलीकॉप्टर से गैरसैंण पहुंच गये, जहां आयोजित कार्यक्रम के जरिए धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया गया था।
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गैरसैंण में धरना प्रदर्शन के चलते ही देहरादून विधानसभा सत्र में राजनीति कुछ इस तरह गर्मायी कि पार्टियों में हंगामा शुरु हो गया और इसे सुन हरीश रावत तुरंत गैरसैंण का धरना प्रदर्शन छोड़ देहरादून विधानसभा के दरवाजे पर प्रदेश सरकार के विरुद्ध धरना देने पहुंच गये। जब पुलिस द्वारा विधानसभा पहुंचने से पहले पूर्व सीएम की गाडी को रोका गया तो मुख्यमंत्री स्कूटी पर सवार होकर ही विधानसभा पहुंच गये। हरीश रावत एक अकेले ऐसे पूर्व मुख्यमंत्री है, जिन्होंने दो- दो राजधानी में एक ही दिन सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।
सिमरन बिंजोला