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उत्तराखंड के इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर हैं 178 गढ्ढे, क्या गड्ढों को पार कर सकेगी चारधाम यात्रा….नवनिर्माण पर मौन है प्रशासन
उत्तराखंड में आगामी 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत होने वाली है,लेकिन उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं। गंगोत्री राजमार्ग में ज्ञानसू से गंगोरी तक तकरीब पांच किमी में 178 गड्ढे हैं, वहीं 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा भी शुरु होने वाली है, मगर बावजूद इसके अभी तक गड्ढों को भरने का कार्य शुरु ही नहीं हो पाया है। अगर हालात यही रहे तो आने वाली चारधाम यात्रा में यात्रियों की कमर को खासी मुसिबतें झेलनी ही पड़ेंगी।
उत्तराखंड के इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर हैं 178 गढ्ढे
उत्तराखंड में आगामी 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत होने वाली है, ऐसे में राज्य सरकार हर एक आवश्यक तैयारी को पूरा करने में लगी हुई है, लेकिन उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं। दरअसल, उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में आने वाले यात्रियों के स्वागत के लिए गड्ढे मौजूद हैं और यह क्रम अगले पांच किलोमीटर तक निरंतर चलता रहता है, कारण है गंगोत्री राजमार्ग की क्षतिग्रस्त हालत। गंगोत्री राजमार्ग में ज्ञानसू से गंगोरी तक तकरीब पांच किमी में 178 गड्ढे हैं, वहीं 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा भी शुरु होने वाली है, मगर बावजूद इसके अभी तक गड्ढों को भरने का कार्य शुरु ही नहीं हो पाया है। अगर हालात यही रहे तो आने वाली चारधाम यात्रा में यात्रियों की कमर को खासी मुसिबतें झेलनी ही पड़ेंगी। इसके अतिरिक्त न सिर्फ गंगोत्री राजमार्ग पर स्थित गड्ढे न सिर्फ यात्रा के आनंद में खलल करेगें बल्कि यह गड्ढे किसी बड़ी दुर्घटना का सबब भी बनेंगे।क्या गड्ढों को पार कर सकेगी चारधाम यात्रा
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को शुरु होने में अब आधे माह का ही समय शेष रह गया है, ऐसे में चारधाम यात्रा के मुख्य मार्ग की दयनीय स्थिति चिंता का विषय है। आपको बता दें कि सीमांत जिला होनें के कारण उत्तरकाशी जिले की सरहदें चीन की सीमा से भी लगती हैं और गंगोत्री राजमार्ग का तकरीबन 143 किलोमीटर भाग भी यहीं से गुजरता है। वहीं चारधाम सड़क परियोजना (आलवेदर रोड) के तहत चिन्यालीसौड़ से लेकर चुंगी बड़ेथी ओपन टनल तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य हो चुका है। गंगनानी से हिना और झाला से हर्षिल के बीच भी बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) द्वारा से रि-सरफेसिंग व रि-कारपेटिंग का काम किया जा रहा है, मगर उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में ज्ञानसू से लेकर गंगोरी तक हाईवे बदहाल है। प्राप्त जानकारी के ज्ञानसू से गंगोरी तक कुल पांच किलोमीटर हिस्से में ही तकरीबन 178 गड्ढे मौजूद हैं, वहीं गंगोत्री राजमार्ग की सबसे खराब स्थिति ज्ञानसू में है, जिसमें 70 से भी ज्यादा गड्ढे मौजूद हैं। वहीं राजमार्ग में कई हिस्से ऐसे हैं जहां पेयजल की पाइप लाइनों के रिसाव ने सड़क पर गड्ढों का साम्राज्य बिछा दिया है। इसी कारण तांबाखाणी सुरंग के आगे पुलिस चौकी के निकट लंबे समय से गड्ढा बना हुआ है तो वहीं भटवाड़ी रोड पर उजेली, तेखला आदि में भी जगह-जगह गड्ढे हादसे को न्योता दे रहे हैं।नवनिर्माण पर मौन है प्रशासन
राजमार्ग पर गड्ढों की भारी संख्या को देखते हुए उत्तरकाशी होटल एसोसिएशन ने कुछ समय पहले ही जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अंतिम बार वहां सड़क का डामरीकरण साल 2008 में हुआ था और उसके बाद से आजतक सड़क का डामरीकरण नही हुआ। इसी क्रम में उन्होंने आगामी चारधाम यात्रा को लेकर भी जिला प्रशासन और BRO से शीघ्र डामरीकरण कार्य करने की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं उक्त विषय पर BRO के कमांडर विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में राजमार्ग की स्थिति को दुरुस्त करने के लिए 1.24 करोड़ रुपये बजट मांगा गया है, जो अभी मिला नहीं। इस बजट में सड़क पर ड्रेनेज सिस्टम के साथ लंबे-लंबे सड़क सरफेस को ठीक करना प्रस्तावित है। हांलांकि, आगामी चारधाम यात्रा को लेकर शीघ्र पैचवर्क का काम शुरु किया जाएगा, जिसके लिए सामग्री मंगाने का कार्य जारी है।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)