यूपी में 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा की रणनीति हिंदुत्व को धार देने की है। सीएम योगी को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में अयोध्या से चुनाव लड़ाए जाने पर सैद्धांतिक सहमति तो दे दी, लेकिन मथुरा का विकल्प भी खुला रखा है। भाजपा की रणनीति इस चुनाव में भी बीते दो लोकसभा और एक विधानसभा चुनाव की तरह ही हिंदुत्व के साथ सामाजिक न्याय की राजनीति साधे रखने की है।
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इसी के मद्देनजर पार्टी ने योगी के अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को भी चुनाव मैदान में उतारने की रणनीति बनाई है। पार्टी के पास अयोध्या या मथुरा का विकल्प है। वरिष्ठ नेताओं में इस पर विमर्श जारी है। हालांकि ज्यादातर की राय अयोध्या पर है। इसीलिए सैद्धांतिक सहमति तक बात पहुंची। कुछ नेताओं की राय अब भी मथुरा मुद्दे को धार देने के लिए वहां से उम्मीदवार बनाए जाने की है। लेकिन, मथुरा में मौजूदा विधायक श्रीकांत शर्मा ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
शिवानी चौधरी