केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापास लेने व किसानों कि मांगो को मंजूरी देने के बाद सरकार ने एक साल से चल रहे किसान आंदोल को खत्म कर दिया है जिसके चलते सभी किसान वापस घर लौट रहे हैं। इसी बीच बीते दिन देर रात तकरीबन 1 बजे भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत अपने घर सिसौली की पट्टी चौधरान पहुंचे। हजारों लोग किसान भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के आवास पर एकत्रित हैं।
भाकियू प्रवक्ता सैकड़ो किसानों की उपस्थिति में परिजनों से मिले तो उनके परिजन भावुक हो गए। इसके बाद भाकियू प्रवक्ता चौधरी टिकैत कि बड़ी बहन ओमबीरी ने उन्हें तिलक लगाया। परिजनों से पहले राकेश टिकैत ने किसान भवन पहुंचकर अपने पिता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को श्रद्ध सुमन अर्पित किए।
बीते दिन निकला था फतेह मार्च
बीते दिन की सुबह चौधरी राकेश टिकेत की अगुवाई में शुरु हुए फतेह मार्च के शाहपुर पहुंचने पर उनके पूर्व पीएम स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद फतेह मार्च में रणसिंघ व डीजे की धुन पर किसान खूब थिरके। शाहपुर से वह सोरम पुहंचे जहां भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत, गठवाला खाप के थांबेदार श्याम सिंह, लाटियान खाप के चौधरी वीरेंद्र सिंह व देशवाल खाप के चौधरी राजेंद्र सिंह उपस्थित थे।
फतेह मार्च में शामिल किसानों के भी दि बधाई
राकेश टिकेत अन्य खाप चौधरियों के साथ सोरम से हडौली में भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के जन्मदिवस पर आयोजित समारोह में शमिलित होकर देर रात सिसौलि के लिए रवाना हुए। फतेह मार्च के सिसौलि पहुंचने पर किसानों ने भव्य स्वागत किया साथ ही किसान भवन पहुंचकर मार्च में शामिल किसानें को बधाई दी।
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383 दिन बाद पहुंचे हैं भाकियू प्रवक्ता घर
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर प्रोटेस्ट का नेतृत्व करने के बाद भाकियू प्रवक्ता 383 दिन बाद घर वापस लौटते समय फतेह मार्च का किसानों ने उत्साह के साथ स्वागत किया साथ ही सोरम, हडौली व सिसौली में किसानों उनपर फूलों कि वर्षा की। किसानों ने आंदोलन कि सफला का श्रेय टिकैत बंधुओं को दिया। फतेह मार्च के सिसौली पहुंचने पर वहां खुशी का माहौल बना हुआ है।
अंजली सजवाण