बता दें कि देहरादून के घंटाघर स्थित एमडीडीए कॉम्पलेक्स में आंचल कैफे का उद्घाटन किया गया। दूध से बने उत्पादों की मार्केटिंग और रोजगार के लिए प्रदेश भर में इस तरह के 100 आंचल कैफे खोले जाएंगे। तो दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसकी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से कैफे बनाकर दिया जाएगा, जो कमीशन के आधार पर संचालित होगा। सरकार ने आंचल कैफे आवंटन में शहीदों के आश्रितों, राज्य आंदोलनकारी, दिव्यांग, महिलाओं, युवाओं को प्राथमिकता दी है। कैफे में लोगों को दूध के अलावा आइसक्रीम, दही, लस्सी, शेक, घी, पनीर समेत अन्य दुग्ध उत्पाद एक ही जगह पर मिलेंगे।
आंचल का पहला कैफे शहीद जगदीश प्रसाद की पत्नी कंचनी देवी को आवंटित किया गया। दो माह के भीतर देहरादून के महत्वपूर्ण स्थानों पर 10 आंचल कैफे और स्थापित किए जाएंगे।सरकार ने भूसे में 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का निर्णय लिया है।