उत्तराखंड में चुनाव 14 मार्च को ही समपन्न हो चुके थें। 7 मार्च को एग्जिट पोल ने संभावित रुझान भी बता दिए हैं। अब सांस रोक कर लोग 10 मार्च की सुबह का इंतजार कर रहे हैं। इसी दिन असली परिणाम आएंगे। उत्तराखंड के चुनाव में भाजपा व कांग्रेस के बीच मुकाबला रहा। दोनों पार्टियों के बड़े चेहरे CM पुष्कर सिंह धामी व पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत कुमाऊं के खटीमा व लालकुआं से लड़ रहे हैं। लिहाजा इन दो हाॅट सीटों पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।
चुनाव में यूं तो सभी को अपने क्षेत्र की सीटों के हार-जीत का पता लगने की उत्सुकता रहती है। पर कुछ सीटें ऐसी भी होती हैं जिसका परिणाम हर कोई जानना चाहता है। कुमाऊं की दो सीटें एक खटीमा व दूसरी लालकुंआ ऐसी ही दो हाॅट सीटें हैं, जिसका परिणाम उत्तराखंडवासी ही नहीं बल्कि देशभर की निगाहें टिकी हुई हैं। खटीमा से वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी ताल मैदान में हैं।
यह उनकी परंपरागत सीट है। यहां से वह दो बार विधायक रह चुके हैं। सीएम की सीट होने के कारण यह सीट सबकी नजर है। यहां से कांग्रेस के भुवन कापड़ी उन्हें चुनौती दे रहे हैं। इस सीट को निकालने के लिए दोनों दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई स्टार प्रचारकों ने खटीमा में रैली व जनसभाएं कीं।
वहीं कांग्रेस ने भी अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी। खुद प्रियंका गांधी ने भुवन कापड़ी के पक्ष में खटीमा में जनसभा की। उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोला था। विकास व बेरोजगारी पर वह पूरे भाषण के दौरान हमलावर रहीं।
यह भी पढ़ें- CM धामी ने पत्नी संग किए हनोल और महासू देवता के दर्शन
इसी प्रकार से दूसरी सबसे चर्चित सीट या यूं कहें कि खटीमा से अधिक चर्चित सीट जिसमें उत्तराखंड व शेष देश की रुचि है। वह है लालकुआं सीट। पूर्व सीएम, उत्तराखंड कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा व सीटों के आवंटन के बाद विरोध व बगावत के चलते यह सीट चुनाव पूर्व ही चर्चा में आ गई थी। जी हां, यहां से दम ठोंक रहे हैं हरीश रावत, जिन्हें प्रदेश में हरदा के नाम से जाना जाता है। हरीश रावत चुनाव पूर्व ही अपने सोशल मीडिया पोस्ट, बयानबाजी से सियासी पारा गर्म किए हुए थे। उसके बाद सीटों के बंटवारे में कांग्रेस में बगावत शुरू हुई।
