होमअंतर्राष्ट्रीयराष्ट्रीय

यूक्रेन से ब‍िहार की लड़की ने सुनाई आपबीती

पल पल हो रहे हालत खराब

युक्रेन से बिहार की लड़की ने सुनाई आपबीती, मेरा नाम सत्याक्षी मल्लिक है। यहां के अभी हालात बहुत खराब है। अभी हमें एक-एक कर भेजा गया है फ्रेश होने के लिए। नीचे बेसमेंट में धूल होने के कारण बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है। हमारे बीच अस्थमा के मरीज हैं। उन्हें ज्यादा परेशानी हैं। कई बच्चों की हालत शनिवार को खराब हो गई थी। लगातार हो रही बमबारी के कारण बाथ रूम की सुविधा भी सही तरीके से नहीं मिल पा रही है। पूरी रात बेसमेंट में सुरक्षा के लिहाज से रहे माइनस- दो डिग्री तापमान में हमारा कंबल भी काम नहीं कर रहा था। वहां किसी हीटर का भी इंतजाम नहीं था। हम और हमारे साथी बहुत बुरी स्थिति में हैं, ‘प्लीज डू समथिंग फार अस, वी आर हेल्पलेस हियर’। इतना कहने के साथ यूक्रेन के खारकिव में फंसी मेडिकल छात्रा दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा के सनहपुर पंचायत स्थित बिदौली निवासी प्रकाश मल्लिक की पुत्री सत्याक्षी मल्लिक भावुक हो जाती हैं। कहती हैं- यहां कोई ठोस इंतजाम नहीं हो रहा। यूक्रेन खारकिव में फंसी मेडिकल छात्रा दरभंगा जिले के सनहपुर निवासी सत्याक्षी मल्लिक ने जारी किया इमोशनल वीडियो मदद की गुहार कहा- यहां के हालात बेहद खराब माइनस टू डिग्री तापमान में रहना पड़ रहा बेसमेंट में बम धमाकों के कारण डर रहा मन। हालात पल-पल खराब होते जा रहे हैं। लगातार हो रही बमबारी के कारण समस्या बढ़ती जा रही है। हमारे लिए कुछ कीजिए। उन्होंने इस आशय का एक वीडियो बनाकर जारी किया है। स्वजनों से मिले वीडियो में मेडिकल की यह छात्रा बेहद घबराई हुई लग रही हैं। यह भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश ऊना में पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग छात्रा के मुताबिक वहां उनके साथ बड़ी संख्या में मेडिकल के छात्र व अन्य भारतीय नागरिक फंसे हैं। इस कारण से वो लगातार यह कोशिश कर रही हैं कि उनका संदेश भारतीय अधिकारियों तक पहुंचे और उन्हें वहां से सुरक्षित भारत भेजने के लिए निकाला जा सके। इसके लिए उन्होंने मेल भी किए हैं। इन सबके बीच छात्रा के स्वजनों की चिंता बढ़ गई है। स्थानीय स्तर पर छात्रा की घर वापसी के लिए ईश्वर से दुआ की जा रही है। स्वजन लगातार अपनी बेटी के संपर्क में बने हुए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button