उत्तराखंड में नई सरकार का कल शपथ ग्रहण समारोह हुआ। जिसमें 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेने वाले मंत्रियों में इस बार 3 नये चेहरों को शामिल किया गया है, जबकि कई पुराने चेहरों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता बिशन सिंह चुफाल भी इन्हीं में से एक हैं। बिशन सिंह चुफाल पिछली धामी सरकार में मंत्री थे। ऐसे में मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के बाद बिशन सिंह चुफाल का दर्द छलका है।
उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल न किये जाने को लेकर कई सवाल खड़े किये। चुफाल ने साफ किया है कि उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर करने की क्या वजह है उन्हें नहीं पता, लेकिन वह पार्टी से इस पर सवाल जरूर करेंगे। बिशन सिंह चुफाल ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि वह पार्टी से एक बार जरूर ही पूछेंगे कि आखिरकार उन्हें किस आधार पर मंत्रिमंडल से बाहर किया गया। चुफाल ने यह भी साफ किया कि पार्टी में उनके कुछ शुभचिंतक भी हैं जो उन्हें मंत्रिमंडल में नहीं चाहते थे। उनका इशारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भगत सिंह कोश्यारी की तरफ था। बिशन सिंह चुफाल ने कहा मंत्रिमंडल से बाहर करने को लेकर जो चर्चाएं चल रही हैं कि उन्हें उम्र के कारण बाहर किया गया, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
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अगर ऐसा होता तो सतपाल महाराज भी उन्हीं के उम्र के हैं, ऐसे में उन्हें कैसे मंत्रिमंडल में जगह दे दी गई। उन्होंने यह भी साफ किया कि वह पार्टी के सच्चे कार्यकर्ता है। उन्होंने पार्टी के लिए डंडे-झंडे उठाए हैं। वे हर समय पार्टी के साथ खड़े रहे हैं। बिशन सिंह चुफाल के मंत्रिमंडल में शामिल न होने के बाद उनके समर्थक देहरादून में जुटना शुरू हो गये हैं। लेकिन उनका दर्द बाहर आने से पता चलता है कि वह उनको बाहर किए जाने से नाराज है।