कोविड महामारी के बावजूद जनपद बागेश्वर में कुछ होनहार किसानों ने अपने बलबूते कीबी, ट्राउट, स्टौबेरी उत्पाद, उद्यान, पालीहाउस, शिक्षा, ई-आफिस सहित अन्य छेत्र में अभिनव कार्यों की सराहना करते हुए राज्यपाल लै0 जनरल गुरमीत सिंह ने प्रशन्नता व्यक्त की। जनरल ने कहा कि बागेश्वर में कृषि, उद्यान, नैचुरल व आर्गेनिक कृषि के साथ ही धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन में अपार सम्भावनायें है, इन्हें बढ़ावा देना चाहिए ताकि पलायन को भी रोका जा सके
। उन्होंने जिलाधिकारी विनीत कुमार को रिवर्स पलायन, नैचुरल एवं आर्गेनिक कृषि, महिला स्वयं सहायता समूहों को और सुदृढ़ करने, सैडो ऐरिया में मोबाईल कनेक्टविटि एवं डिजिटाइजेशन व विभिन्न क्षेत्रों में 21 महामहिम ने कहा कि अगला दशक उत्तराखण्ड का है जिसमें विकास की ऊॅचार्इयों को छूयेगा। महिला सशक्तिकरण एवं महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा विकास की क्रान्ति लायी जा सकती है। महिला समूहों द्वारा उत्पादित उत्पादों को ग्लोबल पलेटफार्म देने हेतु उन्हें बड़ी कम्पनियों के साथ टायप करें तथा डिजिटल प्रचार-प्रसार कर एवं सुपर मार्केट उपलब्ध कराने के साथ ही उनकी ब्राण्डिंग, पैकेजिंग की व्यवस्था करनी होगी, ताकि उनके उत्पादों के उच्च दाम मिल सके।
यह भी पढ़ें- बहराइच सीट पर खिला कमल, भाजपा प्रत्याशी की हुई जीत उन्होंने स्वयं सहायता समूह द्वारा उत्पादित उत्पादों की सराहना करते हुये हौसला अफजाही की व स्थानीय उत्पादों से जूस, जैम, जैली, अचार आदि उत्पाद बनाने वाले शंकर बिष्ट की सराहना करते हुये उन्हें बधार्इ दी व उनकी पुत्री हेतु अपने विवेकाधीन कोश से इनाम दिया। उन्होंने कहा कि जनपद के 33 ग्रामों में जो पलायन हुआ है पलायन की जड़ तक जाकर रिवर्स पलायन हेतु प्रयास किये जाए।