देश मे बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। रसोई गैस, डीज़ल-पेट्रोल के दाम बढ़ने के साथ ही सब्जियों के बढ़ते दामों ने आमजन का बजट बिगाड़ दिया है। हरिद्वार में तो सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों से फ़ल-सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। आलम यह है कि गर्मियों में सबसे ज्यादा खपत होने वाले नींबू पर हाथ भी नही रखा जा रहा है। 60 रुपये किलो बिकने वाला नींबू बाजार में 250 रुपये किलो बिक रहा है। नींबू के अलावा अन्य सब्जियां भी बहुत ही महंगे दामों में बिक रही हैं।
आम आदमी बाजार से खीरा 50 रुपये किलो, लौकी 40, तोरी 80, हरिमिर्च 80, टमाटर 40 और भिंडी 80 रुपये किलो, ककड़ी 80 रुपये किलो खरीदने पर मजबूर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बढ़ती महंगाई ने उनकी रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। उनकी सरकार से यही मांग है कि सरकार बढ़ती महंगाई को कम करें।
हरी सब्जियों में सबसे ज्यादा महंगा नींबू बिक रहा है। नींबू के दाम में अचानक आई इस बढ़ोतरी से हर कोई हैरान है। नींबू से बनने वाले पेय पदार्थों के दाम भी दुगुने हो गए हैं। गन्ने का रस बेचने वाले बताते हैं कि महंगा होने की वजह से अब वो रस में केवल आधे नींबू का ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
हरिद्वार की कृषि उत्पादन मंडी समिति में व्यापार करने वाले आढ़ती बताते हैं कि सब्जियों के दामों में हुई बढ़ोतरी की दो वजह है। पहली वजह है दिल्ली की आजादपुर मंडी में सब्जियों के निर्यात में कमी और दूसरी डीज़ल-पेट्रोल के दामों के साथ टोल टैक्स में की गई बढ़ोतरी। दिल्ली से निर्यात की गई सब्जियां जब महंगे दामों पर मंडी में आएंगी तो बाजार में भी महंगे दामों पर ही बिकेंगी।
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अब देखने वाली यह बात यह होगी की देश में लगातार बढ़ती मंहगाई से आम जनता की कितनी जेब ढीली होने वाली है। फिलहाल लोग सरकार से मांग कर रहे हैं महंगाई को कम करने के लिए उचित निर्णय लिए जाए।