हरिद्वार कुंभ मेले के समय लोगों का भारी उमड़ाव हरिद्वार के लिए अलग- अलग स्थानों से निकला था। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा कुंभ मेले में जाने को लेकर कोरोना गाइडलाइन का पालन व कोरोना टेस्ट के साथ हरिद्वार आने की अनुमति दी गयी थी। लेकिन लोगों द्वारा इसका गलत फायदा उठाकर कोरोना टेस्ट की फर्जी रिपोर्ट दिखाकर मेले का आनंद लिया गया। एसआइटी की जांच के दौरान पता चला कि नलवा लैब के नाम से लगभग एक लाख रुपए तक के फर्जी बिल बनाए गए हैं। दरअसल कुंभ मेले के दौरान कुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के कोरोना टेस्ट के लिए दिल्ली की फर्म मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज ने हरियाणा की नलवा लैब व दिल्ली की डॉ. लालचंदानी लैब से हुयी वार्ता में टेस्ट का जिम्मा इन लैबों को दिया था,
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लेकिन इन लैबो द्वारा फर्जी टेस्ट की रिपोर्ट लोगों को बेच दी गई। फर्जी टेस्ट की पोल खुलने पर सीएमओ ने जल्द से मैक्स, नलवा, व लाल चंदानी लैब के खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करा दी। जिसमें एसआइटी द्वारा अभी तक हरियाणा नलबा की लैब के संचालक आशीष वशिष्ठ व मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज के पार्टनर दंपती शरत पंत और मल्लिक पंत को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच करने पर सामने आया कि लगभग एक लाख तक के बिल फर्जी हैं। फर्जी रिपोर्ट का पता बिलों में आइसीएमआर आइडी के ना होने से किया गया।
सिमरन बिंजोला