राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में नौसैनिक बेड़े की समीक्षा की. राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया. यह बारहवीं फ्लीट रिव्यू है .इससे पहले राष्ट्रपति के विशाखापत्तनम पहुंचे पर आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, ईएनसी के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता और अन्य अधिकारियों ने यहां स्थित नौसैनिक एयरबेस आईएनएस डेगा पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में इस बार ‘प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू-2022 (पीएफआर-22)’ की थीम ‘भारतीय नौसेना-राष्ट्र की सेवा में 75 साल’ रखी गई है।
सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में भारत का हर राष्ट्रपति अपने पांच साल के कार्यकाल में एक बार भारतीय नौसैनिक बेड़े की समीक्षा करता है और पीएफआर-22 इस तरह की 12वीं समीक्षा है. पीएफआर का मकसद देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च मनोबल और अनुशासन के प्रति आश्वस्त करना है।
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यह दूसरी बार है, जब विशाखापत्तनम पीएफआर की मेजबानी कर रहा है. पहली बार, 2006 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने यहां नौसैनिक बेड़े की समीक्षा की थी. 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मखर्जी ने विशाखापत्तनम में अंतरराष्ट्रीय बेड़े की समीक्षा की थी. अधिकारियों ने बताया कि पीएफआर-22 के तहत कोविंद युद्धपोतों सहित नौसेना के दो बेड़ों और तटरक्षक बल, भारतीय नौवहन निगम तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बेड़ों की समीक्षा करेंगे, जिसमें 10,000 से अधिक कर्मियों द्वारा संचालित 60 जहाज और पनडुब्बियां शामिल होंगी.