उत्तराखंड

दिव्यांग बच्चों के लिए दक्षता आधारित ग्रीष्म कालीन शिविर 1 जून से

कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद में लगेगा शिविर

देहरादून। स्पेक्स, स्पीकिंग क्यूब ऑनलाइन मेन्टल हेल्थ कंसल्टिंग फाउंडेशन एवं कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद देहरादून 1 जून को “स्नेहम” (विशेष बच्चों के लिए विशेष शिक्षा केंद्र) के रूप में एक प्रगतिशील पहल कर रहे है। जिसमें श्री देव सुमन, उत्तराखंड युनिवर्सटी, उत्तरांचल युनिवर्सटी, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, ग्रासरूट अवेयरनेस एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट फॉर सोसायटी (गति), इरादा फाउंडेशन, स्मार्ट सर्किट इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, अवर केटल्यिस्ट्स,संभव परिवार मंच, श्रमयोग,मंथन वेफेयर सोसाइटी, अनुकृति समाज सेवा समिति का पूर्ण सहयोग एवं योगदान रहेगा। ये शिविर कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद, जनरल महादेव सिंह मार्ग,  देहरादून में प्रातः ९.०० बजे से आयोजित किया जायेगा। “स्नेहम” का उद्देश्य विशेष बच्चों के जीवन को समर्थवान और सबल बनाना है। हम स्नेहम की शुरूआत एक समर कैम्प के साथ कर रहे हैं। स्नेहम एक ऐसी परियोजन है जिसके माध्यम से विशेष बच्चों को जीवन कौशल की गतिविधयों के अलावा आजीविका अर्जन की दिशा में प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिससे उनकी  विशेषता को एक नवीन दिशा प्रदान की जा सके I यह कैम्प विशेषज्ञों की देखरेख में आयोजित किया जाएगा। स्पेक्स के इस स्वप्न में स्पीकिंगकूब के वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक अथवा बाल विकास विशेषज्ञ स्नेहम में अपना योगदान करेंगे Iस्नेहम की सभी गतिविधयां विशेषज्ञों की देखरेख की जाएँगी I इस कैम्प से पूर्व स्पेक्स विशेष बच्चों के साथ विभिन्न संस्थाओं जिसमें उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी, डीएवी पीजी कॉलेज, फोनिक्स कॉलेज आदि शामिल हैं, में कार्यशालाओं का आयोजन कर चुका है। 1 जून, 2024 से विशेष बच्चों के दक्षता विकास के लिए एक अनूठा और समृद्ध समर कैम्प की लगाया जा रहा हैं। यह पहल विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों में उनकी क्षमताओं को बढ़ाने और संपूर्ण विकास को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार की गई है। समर कैम्प विभिन्न विकास सम्बन्धी उपचारात्मक  गतिविधियों को विस्तृत स्तर प्रदान करेगा, जो प्रतिभागियों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है। जोड़ने व खुद करके सीखने वाले सत्रों के माध्यम से, बच्चों को विभिन्न चिकित्सात्मक प्रणालियों को अपने अनुसार खोज करने का अवसर मिलेगा, जैसे संगीत चिकित्सा, स्केटिंग, योग, और शारीरिक व्यायाम, जो उनकी शारीरिक, भावनात्मक, और ज्ञानात्मक कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए हैं। इसके अतिरिक्त, इस कैम्प का मुख्य उद्देश्य आवश्यक जीवन कौशल और आजीविका प्रशिक्षण पर होगा, जिससे बच्चों को स्वतंत्र जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण ज्ञान और उनकी क्षमताओं को बढ़ाया जा सकता है। घरेलू काम की बुनियादी बातें सीखने से लेकर व्यावसायिक कौशलों को प्राप्त करने तक, कैम्प का उद्देश्य बच्चों को वह उपकरण प्रदान करना है जो उन्हें खुद की जिंदगी को समृद्ध बनाने के लिए आवश्यक हैं। कैम्प का एक प्रमुख चरण STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, और गणित) गतिविधियों का समावेश होगा, जो बच्चों में अध्ययन अनुभव और समस्या समाधान जैसी महत्वपूर्ण सोचने की क्षमताओं को विकसित करने के अवसर प्रदान करेगा। रोमांचक STEM प्रयोगों के माध्यम से, बच्चों को उत्साहित किया जाएगा कि वे अपनी जिज्ञासा और रचनात्मकता की खोज करें। इसके अतिरिक्त कैम्प में प्राकृतिक पर्यावरण में सामाजिक बातचीत, शारीरिक व्यायाम, और इंद्रिय प्रेरणा को प्रोत्साहित करते हुए नेचर वॉक्स, टीम निर्माण अभ्यास, और मनोरंजन के खेल जैसी बाहरी गतिविधियों को भी करवाया जायेंगी। हम विश्वास करते हैं कि हर बच्चा अपनी पूरी क्षमता तक पहुँचने का मौका पाता है, और यह दक्षता विकास के लिए समर कैम्प एक समर्थनशील और समावेशी वातावरण प्रदान करने का प्रयास करता है, जहाँ विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चे समृद्ध हो सकें। सशक्तिकरण, समावेश, और स्वीकृति को प्रोत्साहित करके, हम इन बच्चों को उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित और उत्साहित करने का लक्ष्य रखते हैं। इस कार्यशाला में डॉ बृजमोहन शर्मा,कमल रजवाड़, नीरज उनियाल, प्रज्ञा ठाकुर ,बीजू नेगी, राम तीरथ मौर्य,अशोक कुमार, आलम सिंह रावत,चंद्रा आर्य,प्रज्ञा ठाकुर, आदि उपस्थित रहे।

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