रुद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ के दर्शनार्थ प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। एसपी रुद्रप्रयाग डॉ विशाखा अशोक भदाणे श्री केदारनाथ धाम यात्रा अवधि में सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था के प्रति काफी गम्भीर एवं संवेदनशील हैं। उनके द्वारा गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर सुचारु यातायात व्यवस्था हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। आने वाले यात्रियों की बढ़ती भीड़ के दृष्टिगत यात्रा मार्ग पर आ रहे वाहनों को तरतीबवार लगाये जाने के निर्देश दिये गये। सोनप्रयाग व सीतापुर स्थित पार्किंग में आने वाले वाहनों को सुव्यवस्थित तरीके से लगवाये जाने तथा केदारनाथ धाम की यात्रा पूरी करने के उपरान्त वापस आने वाले श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग से वापस जाने हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये गये।
इस दौरान उनके द्वारा केदारनाथ धाम की यात्रा पूरी कर वापस आये श्रद्धालुओं से वार्ता कर उनसे यात्रा तथा पुलिस व्यवस्था से सम्बन्धित उनके अनुभव जाने गये। इस दौरान पुलिस अधीक्षक को श्रद्धालुओं का ऐसा समूह भी मिला जिनके कुछ लोग उनसे पीछे छूट गये थे, पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में इनके पीछे रह गये साथियों के सम्बन्ध में गौरीकुण्ड एवं शटल पार्किंग पर नियुक्त पुलिस कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये, जिस क्रम में कुछ देर बाद ये सभी लोग आपस में मिल पाये।
तदोपरान्त पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली सोनप्रयाग के कार्यालय का औचक निरीक्षण कर कार्यालयी अभिलेखों को देखा गया तथा निर्देशित किया गया कि यात्रा अवधि से सम्बन्धित सम्पूर्ण विवरण अपडेटेड रखेंगे। पंजीकृत होने वाली एफआईआर इत्यादि में समय से विवेचनात्मक कार्यवाही किये जाने हेतु सम्बन्धित उपनिरीक्षकों को निर्देश दिये गये। कोतवाली सोनप्रयाग में नियुक्त पुलिस बल के भोजनालय का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता को देखा गया।
उपस्थित कार्मिकों द्वारा बताया गया कि यहां पर तैनात अनुचर द्वारा सही तरीके से भोजन बनाया जाता है। इस दौरान उन्होंने सभी कार्मिकों को कर्तव्य निर्वहन के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य तथा समुचित खान-पान का ध्यान रखने हेतु निर्देशित किया गया। उपस्थित पुलिस बल का मनोबल बढ़ाते हुए पुलिस अधीक्षक ने सभी को शाबासी दी गयी तथा ऐसे ही अपने कर्तव्य निर्वहन करने के निर्देश दिये। इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी श्रीमती हर्षवर्द्धनी सुमन सहित सम्बन्धित थाने व यातायात के प्रभारी उपस्थित रहे।