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डेंगू से बचाव के लिए उठाए प्रभावी कदम, लोगों को करें जागरूक: डीएम
चमोली प्रशासन ने डेंगू की रोकथाम के लिए तैयारियां शुरू की
चमोली। डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए चमोली जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शनिवार को जिला टास्क फोर्स से जुड़े अधिकारियों की बैठक लेते हुए डेंगू नियंत्रण हेतु विशेष जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य एवं अन्य सभी संबधित विभाग बेहतर समन्वय बनाकर ठोस कार्ययोजना के साथ डेंगू नियंत्रण के लिए काम करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने सभी नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्रों में पानी की निकासी, नालियों की साफ-सफाई, मच्छर मारने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व फॉगिंग कराने के साथ ही व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। कहा कि रुके हुए पानी में मच्छर के लार्वा को नष्ट करने लिए नियमित फील्ड विजिट कर दवाओं का छिडकाव करें। नगर क्षेत्र के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी नगर निकायों का सहयोग लिया जाए। पंचायतीराज विभाग को सभी ग्राम पंचायतों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया की रोकथाम हेतु लोगों को जागरूक करने की बात कही। विद्यालयों में छात्रों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए। बाल विकास को आंगनबाड़ी कार्यकत्री के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों को डेंगू, मलेरिया से बचाव के संबंध में जानकारी देने को कहा। जल संस्थान को पेयजल टैंकों में नियमित क्लोरिनेशन और पानी की लीकेज ठीक कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी एसडीएम की अध्यक्षता में ब्लाक टास्क फोर्स की बैठक करते हुए स्थानीय स्तर पर समुचित तैयारियां रखी जाए।
जिलाधिकारी ने डेंगू मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल सहित सभी सीएचसी व पीएचसी में आइसोलेशन बेड तैयार करने एवं पर्याप्त मात्रा में मेडिसिन का स्टॉक रखने के निर्देश सीएमओ को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि डेंगू मच्छर का लार्वा साफ पानी में ही पनपता है। इसलिए घरों और दफ्तरों में कूलर, टंकी, गमले, टायर अथवा अन्य टूटे फूटे बर्तन, प्लास्टिक सामग्री में रुके पानी की नियमित साफ सफाई के लिए फोटो, वीडियो, पम्पलेट, वॉल पेंटिंग आदि माध्यमों से प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करें। पब्लिक वाहनों पर भी पोस्टर, पम्पलेट, स्टीकर चस्पा किए जाए और डेंगू की रोकथाम में सबकी भागीदारी सुनिश्चित की जाए। बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी के उपस्थित न रहने जिलाधिकारी ने उनका स्पष्टीकरण भी तलब किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल गोपेश्वर तथा उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में एलाइजा मशीन से डेंगू मरीजों के जांच की सुविधा एवं पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध हैं। जिले के सभी चिकित्सालयों को मिलाकर 25 आइसोलेशन वार्ड बनाए गए है। सभी अस्पताल में डेंगू की जांच की सुविधा उपलब्ध है। वर्ष 2023 में जिले में डेंगू के 75 मामले सामने आए। जिसमें सबसे अधिक 35 कर्णप्रयाग में, 28 दशोली में, 07 नारायणबगड़, 2-2 मामले जोशीमठ व नंदप्रयाग तथा एक मामला थराली का शामिल है। इस दौरान उन्होंने नगर निकाय, पंचायती राज, आपदा प्रबंधन, शिक्षा, जल संस्थान, सिंचाई, परिवहन, बाल विकास, पर्यटन आदि विभागीय स्तर पर किए जाने वाले कार्यो की जानकारी दी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, एसीएमएस डा. एमएस खाती, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एसके श्रीवास्तव, जिला पर्यटन अधिकारी बृजेंन्द्र पांडेय, ईओ गोपेश्वर पीएस नेगी एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।