उत्तराखंड में आज लोकपर्व त्यौहार इगास बड़ी धूम-धाम से मनाया जाएगा वही इगास में बने व्यंजनो की खूशबू गांव व पूरे शहर में महकेगी। साथ ही उत्तराखंड के देहरादून शहर में धाद संस्था व अखिल भारतीय गढ़वाल महासभा में देवभूमि सामाजिक जीवन विकास में सांस्कृति संस्था ने युवकों को पहाड़ की परंपरा व संस्कृति से रूबरू कराने के लिए कार्यक्रमों की तैयारी की है।
उत्तराखंड के कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन पहाड़ो का लोकपर्व त्यौहार इगास मनाया जाता है इस दिन की सबसे खास बात यह है कि पारंपरिक भैलो खेलते व साथ ही मवेशियों के लिए भात, झंगोरा का पीड़ू भी तैयार किया जाता है और उनको तिलक लगाकर फूलों की माला भी पहनाई जाती है।
जब गाय-बैल पीडूं खा लेते है, तो उनको चराने के लिए गाय व बैलो की सेवा करने वाले बच्चों को भी पुरस्कार दिया जाता था। इस दिन घरों में पारंपरिक पकवान पूड़ी, स्वाले उड़द के दाल की पकौड़ी भी बनाई जाती है।
शिवानी चौधरी