रुड़की में एक नवविवाहिता ससुराल से भागकर अपने मायके आ गई। मायके वालों ने ससुराल भेजने का दबाव बनाया तो विवाहिता कोतवाली पहुंच गई। कोतवाली पहुंचकर वह बस यही कहती रही कि इंस्पेक्टर सर मुझे ससुराल नहीं जाना है। वहां बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है। मुझे आगे पढ़ना है। लेकिन माता-पिता जबरन मुझे ससुराल भेज रहे हैं। पुलिस ने विवाहिता को समझा बुझाकर शांत कराया
रुड़की में एक नवविवाहिता ससुराल से भागकर अपने मायके आ गई। मायके वालों ने वापस जाने को कहा तो वह पुलिस थाने पहुंच गई और वहां पहुंचकर रोने लगी। विवाहिता ने कहा कि उसे ससुराल नहीं जाना है।
संवाद सहयोगी, रुड़की। रुड़की में एक नवविवाहिता ससुराल से भागकर अपने मायके आ गई। मायके वालों ने ससुराल भेजने का दबाव बनाया तो विवाहिता कोतवाली पहुंच गई। कोतवाली पहुंचकर वह बस यही कहती रही कि इंस्पेक्टर सर मुझे ससुराल नहीं जाना है। वहां बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है। मुझे आगे पढ़ना है। लेकिन माता-पिता जबरन मुझे ससुराल भेज रहे हैं। पुलिस ने विवाहिता को समझा बुझाकर शांत कराया।
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र निवासी एक विवाहिता रोते हुए कोतवाली पहुंची। विवाहिता को रोता देख पहले तो पुलिस को लगा कि शायद ससुराल के लोग उसे परेशान कर रहे होंगे।
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लेकिन जब विवाहिता को बैठाकर पूरी बात पूछी गई तो उसने बताया कि उसकी शादी 10 दिन पहले ही बहादराबाद निवासी एक युवक से हुई थी। ससुराल में उसका मन नहीं लग रहा था। इसलिए वह अपने मायके में आ गई। उसके माता-पिता जबरन उसे ससुराल भेजने पर अमादा हैं। जबकि वह पढ़ना चाहती है।