Uttar Pradesh Weather News: उत्तर प्रदेश में इस साल ठंड बहुत जल्दी आ गई है। लोग जो आमतौर पर दिसंबर और जनवरी में सर्दियों का इंतजार करते हैं, वह इस बार नवंबर के मध्य में ही महसूस होने लगी है। सुबह हल्की धूप रहने के बावजूद रात में ठंड बढ़ गई है और लोग अब अपने घरों में ही गर्म रहने की कोशिश कर रहे हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अब रजाई निकालना जरूरी है, वरना ठंड से परेशानी हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के 29 जिलों में शीतलहर का असर महसूस किया जा रहा है। कई जिलों में तापमान तेजी से गिरा है और रात में ठंड चरम पर पहुँच गई है। कानपुर में शनिवार को तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस समय के लिए असामान्य है। दिन में धूप थोड़ी राहत देती है, लेकिन जैसे ही सूरज ढलता है, तेज ठंडी हवाएं लोगों को कंपा देती हैं।
लखनऊ मौसम केंद्र के अनुसार, पहाड़ों पर बर्फबारी और उत्तर-पश्चिमी हवाएं ठंड बढ़ाने का मुख्य कारण हैं। यह ठंडी हवाएं सीधे प्रदेश के मैदानी इलाकों में पहुँच रही हैं। कई जिलों में दिन का तापमान भी 24 डिग्री सेल्सियस से नीचे रह गया है। इस वजह से ठंड का असर पूरे प्रदेश में महसूस किया जा रहा है।
शीतलहर की चेतावनी वाले जिलों में रामपुर, बरेली, पीलीभीत, सीतापुर, अमेठी, उन्नाव, हरदोई, कानपुर देहात, औरेया, इटावा, मैनपुरी, रायबरेली, लखीमपुर खीरी, कानपुर नगर, फिरोजाबाद, आगरा, मथुरा, श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा, अयोध्या, बाराबंकी, फतेहपुर, एटा, कन्नौज, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद और बदायूं शामिल हैं। इन जिलों में ठंड पहले ही शुरू हो गई है और आने वाले तीन दिनों में अन्य जगहों पर भी बढ़ने की संभावना है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी जल्दी ठंड का आना असामान्य है। आम तौर पर इतनी ठंड दिसंबर और जनवरी में होती है। राजधानी लखनऊ में दिन का तापमान लगभग 28 डिग्री रह सकता है, लेकिन रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे जाएगा।
साथ ही कोहरे का खतरा भी बढ़ गया है। रात से सुबह तक घना कोहरा रहने की संभावना है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि सड़क पर सतर्क रहें और ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े और रजाई तैयार रखें।
कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश में इस साल नवंबर में ही ठंड का असर महसूस हो रहा है और लोगों को मौसम के अनुसार तैयार रहना बहुत जरूरी है।
Read more:- Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा लगातार खराब, AQI फिर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुँचा
