2022 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के भीतर गुटबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा। बड़े नेताओं का मामला कुछ शांत हुआ तो अब यूथ विंग के प्रदेश पदाधिकारियों के बीच झगड़े होने लगे। मामला हल्द्वानी में महानगर अध्यक्ष पद पर हेमंत साहू की नियुक्ति का है। 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हेमंत साहू भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे।
जिसके बाद उन्हें मुख्य इकाई में जिला महामंत्री पद का जिम्मा मिला। 27 नवंबर को प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने साहू को हल्द्वानी का महानगर अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। इस मनोनयन से संगठन दो खेमों में बंट गया।
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प्रदेश उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह प्रिंस का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष स्वयंभू मनोनयन में जुटे हैं। जिससे नाराज होकर ऊधमसिंह नगर जिलाध्यक्ष से लेकर कई अन्य पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया था। अब हल्द्वानी से संगठन का माहौल खराब किया जा रहा है। युकां जिला उपाध्यक्ष समीर खान व हेमंत कुमार, जिला सचिव सचिन कुमार, चंद्रशेखर परगांई, तरनप्रीत सिंह, मोकिन सैफी, हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र महासचिव नदीम सैफी और मो. सुहैब ने प्रदेश अध्यक्ष पर तानाशाही रवैये अपनाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश प्रभारी के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी इस्तीफे की कापी भेजी है।
शिवानी चौधरी