हल्द्वानी में अतिक्रमण को लेकर सियासत हुई तेज अतिक्रमण के नाम पर आजकल हल्द्वानी में अनावश्यक रूप से आम और खास हर किसी को परेशान किया जा रहा है। वो निंदनीय है। अतिक्रमण रोकना नगर निगम का मुख्य कार्य होता है और इसके बाद भी अतिक्रमण होना नगर निगम की असफल कार्यप्रणाली का जीवंत उदाहरण है।
नगर निगम द्वारा अवैध निर्माण को संरक्षण देकर पहले तो अतिक्रमण करवाया जाता है फिर किसी दवाब में आकर उक्त अतिक्रमण को हटाने के लिए तोड़फोड़ करके उन लोगो को बेरोजगार किया जाता है जिन लोगों से पहले अवैध रूप से रुपये लेकर अवैध निर्माण करवाया होता है।
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नगर निगम द्वारा किसी भी व्यक्ति या परिवार के साथ इस प्रकार का कृत्य अमानवीय है। वहीं नगर निगम के मेयर डॉक्टर जोगेंद्र पाल ने कहा है कि हल्द्वानी के विधायक जिस तरह से बयान दे रहे हैं उनके खिलाफ भी हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है जिस तरह से उन्होंने उनकी मां के द्वारा मंगल पड़ाव में मछली मीट वालों की दुकानों को बसाने का काम किया था जिसके बाद उसे वोट को लेकर वादा किया गया था सिर्फ वादे झूठे थे इन कांग्रेस ने वोटों के लिए हल्द्वानी जनता को गुमराह किया।