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अब त्यौहारी सीजन में मिलावट करना पड़ेगा भारी, उत्तरांखंड में होली को लेकर SOP जारी….होली के लिए सैंपलिंग हुई शुरु
उत्तराखंड में होली पर्व को लेकर प्रशासन शख्त हो चुका है लिहाजा दूध से निर्मित उत्पादों पर नजर रखने के साथ-साथ अन्य खाद्य पदार्थों की भी सैंपलिंग करी जाएगी और उसे लैब में भेजा जाएगा। तो वहीं ऐसे कारोबारियों पर जो तय मानकों का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी, तथा इसमें बिना अनुमति के कारोबार करने वाले व्यापारियों को भी नहीं बख्सा जाएगा। इसके लिए इंफोर्समेंट और सर्विलांस की मदद ली जाएगी।
अब त्यौहारी सीजन में मिलावट करना पड़ेगा भारी
उत्तराखंड में बाजारों और सड़कों पर आगामी होली पर्व को लेकर भीड़-भाड़ और चहल-पहल देखी जा सकती है। भारतीय लोग धूम-धाम से त्योहारों को मनाते हैं लिहाजा पर्व के रंग में किसी प्रकार का भंग न हो इसके लिए प्रशासन ने कड़ी निगरानी करने का फैसला लिया है। उत्तराखंड में खाद्य पदार्थों से मिलावट करने वालों पर भी प्रशासन की कड़ी नजर रहेगी, इसी क्रम में होली पर आमजन को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने प्रदेशभर में मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। इसमें सबसे अधिक जांच दूध से बनने वाले पदार्थों जैसे मावा, पनीर और खोया आदि की करी जा रही है। अभियान के लेकर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के आयुक्त डॉक्टर आर राजेश कुमार ने एक विस्तृत SOP भी जारी करी है, जिसमें तहत संबंधित विभाग के अधिकारियों को खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉक्टर आर राजेश कुमार ने बताया कि बाजारों से खाद्य पदार्थों के सैंपलों को लेकर लैब में उसकी निष्पक्ष रुप से जांच करी जाएगी और दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई भी करी जाएगी। अधिक जानकारी देते हुए खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने बताया कि दोषी को पांच लाख तक का जुर्माना और छह साल तक की कैद हो सकती है लिहाजा देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जैसे संवेदनशील जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।होली के लिए सैंपलिंग हुई शुरु
आगामी होली पर्व को देखते हुए अपर आयुक्त ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष त्यौहारी समय पर सबसे अधिक शिकायतें हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर इन दो जिलों से ही आती है लिहाजा प्रशासन ने स्वयं इन जिलों में विशेष चेकिंग अभियान चलाकर खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग प्रक्रिया को शुरु कर दिया है। वहीं सभी जिलों में फूड इंस्पेक्टर भी लगातार प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर रहे हैं। चूंकि त्यैहारों का समय प्रतिष्ठान कारोबारीयों के लिए खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी करके अतिरिक्त चांदी कमाने का मौका होता है, लिहाजा इन सभी बातों को ध्यान में रखकर प्रशासन द्वारा बड़े स्तर पर सख्त कार्रवाई करी जा रही है।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)