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उत्तराखंड में चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था, इतलौते चिकित्सक भी हुए रवाना….जनता में भारी आक्रोश
उत्तराखंड स्थित आदर्श चंपावत जिले के लधीया घाटी क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी चरमरा गई है। क्षेत्र का चौड़ा मेहता प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक विहीन हो गया है तथा अस्पताल में अन्य स्टाफ की भी भारी कमी है, जिस कारण क्षेत्र में भारी आक्रोश है। सीएमओ चंपावत देवेश चौहान ने बताया जिले में कई बॉन्ड धारी चिकित्सकों के बॉन्ड खत्म हो चुके हैं, वहीं मुख्यालय को पत्राचार किया गया है लिहाजा जल्द चिकित्सक की तैनाती कर दी जाएगी।
उत्तराखंड में चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्थ
उत्तराखंड एक पर्वतीय राज्य है। स्वास्थ्य, शिक्षा और आवागमन राज्य की वह मूलभूत आवश्यक्ताएं हैं जिनको सुदृढ़ करने के लिए उत्तराखंड में भाजपा सरकार लंबे समय से निरंतर कार्यरत है। इसी क्रम में आदर्श चंपावत जिले के लधीया घाटी क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी चरमरा गई है। क्षेत्र का चौड़ा मेहता प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक विहीन हो गया है तथा अस्पताल में अन्य स्टाफ की भी भारी कमी है, जिस कारण क्षेत्र में भारी आक्रोश है। गुरुवार को क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता कुंदन बोहरा ने बताया लधीया घाटी क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौड़ा मेहता के बॉन्ड धारी चिकित्सक डॉ नरेश गौतम का बॉन्ड खत्म होने से उनकी सेवाएं समाप्त हो गई है। अस्पताल के नर्सिंग ऑफिसर को चार धाम यात्रा ड्यूटी के लिए भेजा गया है। फार्मासिस्ट को तीन दिन भिंगराड़ा अस्पताल में कार्य करना पड़ता है। कुदन बोहरा ने बताया स्वास्थ्य केंद्र को मात्र दो एएनम के हवाले छोड़ दिया गया है उन्होंने कहा वर्तमान में लधीया घाटी की जनता को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।इलाज तो छोड़िए, जांच को भी नही स्टाफ
सामाजिक कार्यकर्ता कुंदन बोहरा ने बताया कि अब वर्तमान समय में आलम तो यह है कि इलाज तो दूर की बात है लोगों की जांच तक अस्पताल में नहीं हो पा रही है। बोहरा ने आगे बताया कि गुरुवार सुबह दुरुस्त धरसो गांव के कुशल राम वाहन बुक कर अपनी पत्नी को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र लाए थे, लेकिन चिकित्सक न होने से उन्हें 74 किलोमीटर दूर चंपावत की दौड़ लगानी पड़ी। अब सवाल यह उठता है कि क्या राज्य सरकार इतने वर्षों के कार्यकाल के बाद भी प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों को मूलभूत सुविधाएं देने में भी विफल हो गई, या फिर इन आवश्यक्ताओं की पूर्ति के लिए राज्य की भाजपा सरकार को एक और बहुमतीय विजय की आवश्यक्ता होगी।इतलौते चिकित्सक भी हुए रवाना
सामाजिक कार्यकर्ता कुंदन बोहरा ने बताया कि लधीया घाटी क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौड़ा मेहता के बॉन्ड धारी चिकित्सक डॉ नरेश गौतम का बॉन्ड खत्म होने से उनकी सेवाएं समाप्त हो गई है। लिहाजा क्षेत्र के इकलौते चिकित्सक भी यहां से रवाना हो चुके हैं। उन्होंने आगे कहा स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्रणाली से लोगों में काफी नाराजगी है, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा अगर जल्द अस्पताल में चिकित्सक की तैनाती और स्वास्थ्य सुविधाओं का संचालन सही नहीं किया गया तो क्षेत्रवासी आंदोलन को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की होगी। उन्होंने सीएमओ चंपावत से स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व चिकित्सा स्टाफ भेजने की मांग की है। सीएमओ चंपावत देवेश चौहान ने बताया जिले में कई बॉन्ड धारी चिकित्सकों के बॉन्ड खत्म हो चुके हैं, वहीं मुख्यालय को पत्राचार किया गया है लिहाजा जल्द चिकित्सक की तैनाती कर दी जाएगी।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)