अल्मोड़ा में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
सोमेश्वर क्षेत्र में कोसी नदी का पानी आसपास के इलाकों में घुस गया है। जानकारी के अनुसार, करीब 15 से 16 घरों में पानी भर गया है। दो मकानों में भारी मात्रा में पानी घुसने से घरेलू सामान को नुकसान पहुंचा है। वहीं, लगभग 40 से 50 खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। क्षेत्र में भय और अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। भूस्खलन के कारण अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब के पास भारी मलबा गिरा, जिससे यह मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। जिले में 18 सड़कें भी बंद हैं। यातायात बाधित होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की टीमें अलर्ट मोड पर हैं और प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए लगातार निगरानी कर रही हैं।
बाढ़ के हालात से आमजन प्रभावित
पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे नदी नाले उफान पर बने हुए हैं। वहीं इसी के चलते बाजपुर की लेवड़ा नदी का कहर देखने को मिल रहा है, यही कारण है कि लेवड़ा नदी से बाजपुर के नैनीताल रोड, वार्ड नंबर 13 की इंद्रा कालोनी ओर राजीव कालोनी सहित अन्य क्षेत्रों में बाढ़ की समस्या एक बार फिर बन गई, क्षेत्र में बाढ़ की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई, जहां प्रशासन द्वारा लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है, वहीं एनडीआरएफ की टीम ने इंद्रा कॉलोनी ओर अन्य क्षेत्रों में फंसे लोगों को बचाने का काम किया। वही गदरपुर विधायक अरविंद पांडे ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया और हर संभव सहायता का लोगों को आश्वासन दिया। इस दौरान एडीएम पंकज उपाध्याय ने बताया कि बाढ़ की समस्या से जूझ रहे लोगों को मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है और मानसून के बाद इसके स्थाई समाधान पर काम किया जाएगा।
लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)
