उत्पीड़न के विरोध में लोहाघाट डिपो के चालकों की हड़ताल
उत्तराखंड परिवहन निगम के उच्च अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए लोहाघाट डिपो के चालकों, परिचालकों और कर्मचारियों ने मंगलवार को उत्तराखंड परिवहन निगम प्रांतीय संयुक्त मोर्चे के बैनर तले हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल के कारण लोहाघाट से एक भी रोडवेज बस का संचालन नहीं हो पाया, जिससे दीपावली पर्व मना कर लौट रहे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। चालकों ने आरोप लगाया कि नैनीताल के वरिष्ठ स्टेशन प्रभारी द्वारा लगातार उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है और एजीएम लोहाघाट ने एकतरफा निर्णय लेकर उनके मार्ग बंद करने के आदेश जारी किए हैं। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी और उसकी जिम्मेदारी मंडलीय महाप्रबंधक व क्षेत्रीय उप महाप्रबंधक लोहाघाट की होगी।
अधिकारियों से वार्ता के पांच घंटे बाद शुरू हुआ संचालन
लोहाघाट डिपो में उच्च अधिकारियों के उत्पीड़न के विरोध में मंगलवार सुबह शुरू हुई रोडवेज चालकों और परिचालकों की हड़ताल पांच घंटे बाद समाप्त हो गई। चालकों ने कहा कि वे पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करते हैं, यहां तक कि दीपावली के दौरान भी उन्होंने नियमित सेवा दी, बावजूद इसके उन्हें सम्मान देने की जगह परेशान किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों की लापरवाही से डिपो की हालत खस्ता हो चुकी है, जिसका असर यात्रियों पर भी पड़ रहा है। बस संचालन बंद होने से यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। मामले पर जिलाधिकारी चंपावत मनीष कुमार ने संज्ञान लेते हुए मंडलीय प्रबंधक टनकपुर को तत्काल समाधान के निर्देश दिए। इसके बाद एजीएम लोहाघाट धीरेंद्र वर्मा ने चालकों व परिचालकों से वार्ता कर दोनों संबंधित चालकों को उनके निर्धारित मार्ग पर ड्यूटी देने के निर्देश जारी किए, जिसके बाद हड़ताल समाप्त हुई। बस संचालन दोबारा शुरू होने से यात्रियों और प्रबंधन दोनों ने राहत की सांस ली।
लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)
