भारत और बांग्लादेश के सैनिक दें रहें हैं 1971 बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के शहीदों को संयुक्त साइकिल अभियान की अनोखी श्रद्धांजलि। बता दें कि दोनों देशों कि सेना ने 1971 में हुए युद्ध की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में पड़ोसी देश के जेस्सोर से कोलकाता तक इस साइकिल अभियान का आयोजन किया है। रक्षा अधिकारी के अनुसार यह उन सैनिकों की वीरता और साहस को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए है जिन्होंने पाकिस्तान से युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया के कारण एक नए राष्ट्र बांग्लादेश को अस्तिव मिला है।
बृहस्पतिवार को एक अधिकारी ने बताया कि इस संयुक्त साइकिल अभियान में दोनों सेनाओं के 20-20 सदस्य शामिल हैं और वे 24 नवंबर को यह पूर्वी कमान के मुख्यालय ‘ फोर्ट विलियम’ पुहंचने के लिए 10 दिनों में 370 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार 15 नवंबर को जस्सोर से चला साइकिल चालको का दस्ता बांग्लादेश के झेनियाडाह, कुस्तिया, मेहरपुर, दर्शाना, चुआडांगा के साथ ही भारत के कृष्णानगर, रानाघाट, कल्याणी और बैरकपुर होते हुए यहां पहुंचेगा।
पूर्व सैनिकों से भी बातचीत करेंगे
इस दल के सदस्य भारत के पूर्व सैनिकों से बातचीत करेंगें और बांग्लादेश में ‘मुक्ति योद्धाओं’ से भी जुड़ेगे। मंगलवार को भारतीय सेना द्वारा सिक्किम के चुंगथांग से आयोजित एक और साइकिल यात्रा का समापन ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ समारोह के हिस्से के रूप में पानागढ़ में हुआ।
अंजली सजवाण