श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के परीक्षा सहायक नियंत्रक डॉ हेमंत कुमार बिष्ट के विरुद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जांच की गई है। जांच में महाविद्यालय के सूत्रों के हवाले से पता चला है कि हेमंत कुमार के खिलाफ अनुशासनहीनता व नियमों के खिलाफ कुछ काम किये जाने का आरोप लगा है। साथ ही विश्वविद्यालय के नाम को खराब करने व कार्यालय के आदेशों को पहले ही जारी करने के साथ प्रशासन के आदेशों के बिना व उच्च अधिकारियों की अनुमति के बिना निर्देशों को प्रसारित करने का भी इलजाम लगा है। जांच अभी जारी ही है।
महाविद्यालय के कार्य परिषद सदस्य कौशलेंद्र सिंह भदौरिया की मौजूदगी में पांच सदस्य अनुशासन समिति का गठन किया है। विश्वविद्यालय में जांच शुरु होते ही पूरे परिसर में हड़कंप मच गया है। सभी के मन में आक्रोश फैला है। पिछले साल भी विवि में ऐसी घटना देखने को मिली थी, कुलसचिव डॉ. सुधीर बुड़ाकोटी के खिलाफ भी विश्वविद्यालय में जांच की गई थी।
यह भी पढ़े-
पहली बार एक हजार मेगावाट बिजली का निर्माण करेगा टिहरी डैम
जांच में मिले सुराखों से बुड़ाकोटी को परिसर से निकाल दिया गया था। महाविद्यालय के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी ने बताया, कि अनुशासनहीनता विश्वविद्यालय के कल्याण के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है, और इसे किसी भी हालात में बर्दाश नहीं किया जाएगा। ऐसे काम करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि कोई भी विवि में ऐसी हरकतों को अंजाम न दे सके।
सिमरन बिंजोला