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नदी संरक्षण में शहरों ने उठाया एक अहम कदम

जल शक्ति मंत्री भी थे मौजूद

देश में आए दिन शहरों में नदियों कि हालत खराब होती देखकर गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय ने नदीयों के विकास करने लिए नदी शहर गठबंधन की शुरुआत की है। देश भर के 30 शहरों ने एक संयुक्त मसौदे पर हस्ताक्षर करके इसका हिस्सा बने हैं। इसमें राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) व शहरी मामलों के राष्ट्रीय संस्थान( एनआईयूआई) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसमें शामिल सभी शहर नगर स्वचछता, नदी संरक्षण तथा जल से जुड़े विषयों समेत अन्य विषयों पर एक दूसरे के अनुभवों पर विचार-विमर्श करके कुछ सीखेंगे व प्रगतिशील कार्य योजना पर काम करेंगे। इसके अनुसार कानपुर का शहरी नदी योजना प्रबंधन स्वीकार किया गया है। कानपुर पहला ऐसा पहला शहर जिसने इस प्रकार की योजना बनाई है। बता दें की जल शक्ति मंत्रालय, शहरी कार्य मंत्रालय तथा कई स्थानीय समुदायों ने इस गठबंधन का समर्थन किया है। गठबंधन के मसौदे पर हस्ताक्षर जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शिखवत कि उपस्थिति में हुए हैं। देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, वाराणसी, कानपुर, मिर्जापुर, प्रयामराज, पटना, महेशतला, जंगीपुर, हुगली-चिन्सुरी. हावड़ा, चेन्नई, भुवनेश्वर, औरंगाबाद, हैदराबाद, पुणे, उदयपुर व विजयवाड़ा इसमें समिलित हैं।

अगली पीढ़ी के बढ़ सकती है समस्याएं

जानकारी के अनुसार जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र का मौके पर कहना था कि, बीते कुछ सालों में शहरों का लगातार विकास होने के कारण से कुछ चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं। उन्होनें एक रिपोर्ट का हवाला देतो हुए कहा कि, वर्ष 2050 तक देश मे रहने वालों में से हर दूसरा व्यक्ति शहरों में रह रहा होगा। शेखावत का कहना था कि, यदि इस कार्य के पैमाने और गति नहीं बढ़ी तो अगली पीढ़ी के लिए समस्याएं खड़ी हो जाएंगी। जल शक्ति मंत्री के अनुसार नदियों के सुरक्षा के मामले में कार्य प्रगति पर है। लेकिन केवल संसाधन व तकनीक के सहारे ही नहीं इस कार्य के लिए लोगों को जोड़ना होगा तथा इसे जन आंदोलन बनाना होगा। शेखावत का कहना था कि, देश कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के अमृत महोत्सव पर नदी शहर गठबंधन एक अहम पहल है।

अधिक शहरों के जुड़ने कि है आस

जानकारी के अनुसार शहरी विकास मामलों के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा कहना है कि, अभी गठबंधन में केवल 30 शहर जुड़े हैं किंतु भविष्य में आशा है कि अधिक से अधिक शहर इससे जुड़ेंगें। 10 लाख से अधिक आबादी वाले 53 शहर हैं। इनमें 42 शहर नदी किनारे स्थित हैं। इस पर मिश्रा ने कहा कि, कई शहरों में मार्ग बदलने व अन्य कारणों से नदियां दूर होग गई है ऐसे में नदी शहर गठबंधन एक  महत्वपूर्ण माध्यम है।

गठबंधन है एक अहम कदम

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा का कहना था कि एनएमसीजी के माध्यम से लोगों को नदियों से जोड़ना उनकी संवेदना नदियों व उनकी परिस्थितिकी प्रति बनाने की पहल का महत्वपूर्ण भाग रहा है। वहीं इस मुद्दे पर नदी शहर गठबंधन बहुत अहम कदम है। रिवर फ्रंट का विकास जनता व नदियों के मध्य का जुड़ाव कि स्थापना करने के लिए जरुरी रहा है। अंजली सजवाण   

HNN 24x7 Desk

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