उत्तराखंड

आतिथ्य सुविधाओं को लेकर दी जायेगी ग्रामीण क्षेेत्रों को सुविधाएं

सीडीओ ने स्वच्छता ग्रीन लीफ सिस्टम के संबंध में बैठक ली

देहरादून। मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान की अध्यक्षता में स्वच्छता ग्रीन लीफ सिस्टम के सम्बन्ध में बैठक आहूत की गई।  पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय एवं पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार ग्राम पंचायत के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र में आतिथ्य सुविधाओं यथा होटल, रिसार्ट, होमस्टे, धर्मशाला आदि में स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग प्रणाली के तहत् रेटिंग दी जानी है। मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि योजना के अन्तर्गत होटल,/होमस्टे,/लॉज/धर्मशालाओं को उपलब्ध कराये गए आवेदन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए आवेदन पर पारदर्शिता के साथ सत्यापन कराते हुए निर्धारित मानकों के अनुसार रेटिंग दी जाए। इसके लिए उन्होंने स्वजल परियोजना द्वारा सत्यापन उप समिति  को स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम हेतु ऑनलाईन प्रशिक्षण आयोजित किये जाने की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं सम्बन्धित रेखीय विभागों के अधिकारियों को योजना का प्रचार-प्रसार करते हुए प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए। ज्ञातब्य है कि योजना अन्तर्गत संस्थानों को फीकल स्लज प्रबन्धन(मानव मल का सुरक्षित निस्तारण, ठोस कचरा प्रबन्धन, भूरा जल प्रबन्धन पर अंक दिए जाते है, जिसके अनुसार होटल, रिसार्ट, होमस्टे, धर्मशाला आदि को प्राप्त अंको के अनुसार रेटिंग दी जाती है। जनपद देहरादून एवं नैनीताल में इस योजना पर  पायलेट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत कार्य किया जा रहा है। योजना का उद्देश्य आतिथ्य सुविधाओं के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा विकसित करना, अच्छी प्रथाओं को अपनाना और स्चच्छता पर जागरूकता पैदा करने में सहायता करना है। स्वच्छता रेटिंग स्वच्छता पहलुओं-शौचालय सुविधा, भूरा जल प्रबन्धन, फीकल स्लज प्रबन्धन और ठास कचरा प्रबन्धन पर आधारित है। बैठक में जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, जिला पंचायतीराज अधिकारी विद्या सिंह सोमनाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल, रमन कुमार प्रजापति, कविता चौधरी द डब्लू  डोर होम, सुभाष थपिलयाल पर्यटन विकास विभाग आदि उपस्थित रहे।

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