राजधानी देहरादून में स्थित आढ़त बाजार 110 का इतिहास 110 साल पुराना है, जो देहरादून शहर के ठीक बीचों बीच बना है। आढ़त बाजार के पुरानें और शहर के बीचों बीच बने होने से यहां हर दिन ट्रैफिक का जमावड़ा लगा रहता है। इसी समस्या से निपटने के लिए राज्य आवास और शहरी विकास मंत्रालय ने आढ़त बाजार को स्थानांतरित करने का फैसला लिया और आढ़त बाजार को विस्थापन के लिए ब्राह्मणवाला में भूमि आवंटित करी गई। आपको बता दें कि आढ़त बाजार में तकरीबन 356 व्यापारि हैं जिनमें से करीब 285 प्रभावित व्यापारियों को यहां पर विस्थापित किया जाना है जहां सभी व्यापारियों को उनकी वर्तमान दुकान के मूल्य के आधार पर प्लॉट प्रदान किया गया है।
हाल ही में उत्तराखंड आवास विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने नए आढ़त बाजार का अवलोकन किया जो कि मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अंतर्गत निर्माणाधीन है। यहां डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने MDDA द्वारा निर्माणाधीन फायर स्टेशन सहित पार्किंग का भी निरीक्षण किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार नए आढ़त बाजार को 126 करोड़ रुपयों की लागत से तैयार किया जा रहा है, जहां 5 मंजिला पार्किंग बनाई जा रही है जिसमें करीबन 570 वाहन पार्क हो पाएंगे तो वंही बाजार के दोनो ओर सड़क बनाने का काम भी प्रगति पर है, जिसमें 3 सार्वजनिक शौचालय और ओवरहेड टैंक मौजूद होंगे।
मंदिर, धर्मकांटा और गार्बेज कलेक्शन भी मौजूद
राज्य शहरी आवास विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने नए आढ़त बाजार की विस्तृत जानकारी को साझा करते हुए बताया कि ब्राह्मणवाला में विस्थापित किए गए नए आढ़त बाजार में सभी प्रकार की सुविधाओं को ध्यान में रखा गया है जैसे कि नए बाजार परिसर में धर्मकांटा, लाइट के लिए LT पैनल रुम और परिसर में एक मंदिर का निर्माण भी किया जा रहा है। राज्य शहरी आवास विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कचरे की समस्या को देखते हुए बाजार परिसर में गार्बेज कलेक्शन का भी पुख्ता इंतेजाम किया है। चूंकि आढ़त बाजार में सड़क काफी तंग है और उसके चलते मार्ग में गाड़ियों का जमावड़ा लग जाता है इसलिए अब आढ़त बाजार के स्थानांतरण के बाद मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य शुरु करा जाएगा जिससे आने वाले समय में जनता को परेशानीयों का सामना नंही करना पड़ेगा।