लक्सर में कोरोनाकाल में गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को जरुरी टीके नहीं लगाए जा सके। स्वास्थ्य विभाग अब मिशन इंद्रधनुष चलाकर अधूरा टीकाकरण पूरा कर रहा है। आज स्वास्थ्य विभाग ने 7 मार्च से शुरू हो रहे मिशन इद्रधनुष के दूसरे चरण के लिए एएनएम व आशा फैसिलिटेटरों को प्रशिक्षण किया।
हरिद्वार से आई जिला सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कोमल सहरावत ने मिशन इंद्रधनुष को लेकर सीएचसी पर आयोजित प्रशिक्षण शिविर की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि सुरक्षित प्रसव के लिए महिलाओं को गर्भधारण के दौरान कई प्रकार के टीके लगाना जरुरी होता है। ऐसा न होने पर प्रसव के समय कठिनाई होती है। टीकाकरण में लापरवाही से कई बार जच्चा या बच्चा या दोनों की जान भी खतरे में पड़ जाती है।
कहा कि कुछ जगह गर्भवती महिलाओं या फिर उनके नवजात शिशुओं को पूरे टीके नहीं लग पाए हैं। उन्हीं का टीकाकरण पूरा करने को मिशन इंद्रधनुष शुरू किया गया है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने कहा कि इसी साल 7 फरवरी से मिशन इंद्रधनुष का पहला चरण शुरू हुआ था।
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इसका दूसरा चरण अब 7 मार्च से शुरू हो रहा है। बताया कि दूसरे चरण में सुल्तानपुर, रायसी, नंदपुर, कुड़ी, हबीबपुर, पंडितपुरी, जैतपुर, फतेहपुर, खड़ंजा कुतुबपुर, अकबरपुर ऊद, नगला खिताब, सेठपुर, मुबारिकपुर, बसेड़ी, मलकपुर, लादपुर, जैनपुर, नवादा सहित कुल 21 गांवों में गर्भवतियों व शिशुओं का टीकाकरण किया जाएगा। अनीमा शर्मा, सोहनलाल तंवर व आशीष शर्मा ने भी मिशन इंद्रधनुष के बारे में जानकारी दी। रेणु चौहान, अर्चना, अमरकली, आशा, सुशीला, सोनिया शर्मा, मांगी, सविता, मधुपाल, पूनम, आयशा, हिना तोमर, पूजा, लक्ष्मी, अंजो, बबीता, रीना आदि ने शिविर मं, प्रशिक्षण भाग लिया।