बसपा की सोशल इंजिनियरिंग का फार्मूला कम से कम लक्सर सीट पर इस बार पूरी तरह कामयाब रहा। इस विस चुनाव में लक्सर से बसपा प्रत्याशी मौहम्मद शहजाद ने भाजपा के संजय गुप्ता को हराकर इस फार्मूले की सफलता पर मुहर लगा दी है। संजय गुप्ता पिछले दस साल से लक्सर में भाजपा के विधायक रहे हैं।
लक्सर सीट पर इस बार बसपा के मौहम्मद शहजाद विधायक निर्वाचित हुए हैं। शहजाद 2002 व 2007 में बसपा के टिकट पर बहादराबाद से विधायक रह चुके हैं। परिसीमन से सीटों का भूगोल गड़बड़ होने के बाद 2012 व 2017 में वे बसपा के टिकट पर कलियर से चुनाव लड़े, पर दोनों बार कांग्रेस से हार गए।
इस बार बिरादरीवार मतों की सोशल इंजिनियरिंग को मुताबिक पार्टी ने शहजाद का लक्सर से चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी की थी। हाईकमान के रुख को देखते हुए शहजाद करीब एक साल पहले से लक्सर सीट पर खासे सक्रिय थे। यहां उनके सामने भाजपा ने संजय गुप्ता को मैदान में उतारा था। संजय 2012 और 2017 में लक्सर से भाजपा के विधायक रहे हैं।
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लिहाजा मुकाबला शहजाद के सामने मुकाबला खासा मुश्किल था। इसके बावजूद शहजाद ने नौ हजार से भी ज्यादा मतों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी को हराकर बसपा के सोशल इंजिनियरिंग के फार्मूले को कामयाब कर दिया है।