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आक्रामक विपक्ष: मणिपुर के मुद्दे पर घमासान, सदन में विपक्ष के सांसद काले लिबास में पहुंचे, कार्यवाही आज फिर स्थगित

मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के जवाब मांगने पर विपक्ष आज और आक्रमक रूप में संसद में दाखिल हुआ। मानसून सत्र का आज छठा दिन है। इंडिया के सभी सांसद संसद में काले कपड़े पहनकर पहुंचे। संसद में विपक्षी दलों के सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा देखते हुए स्पीकर ने कार्यवाही आज दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी है। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान और गुजरात के दौरे पर हैं। जब विपक्ष चाहता है कि मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में जवाब दें। गुरुवार को सदन की कार्रवाई से पहले इंडिया के सभी सांसदों ने काले कपड़े पहनकर मीटिंग की। मीटिंग के बाद विपक्षी सांसदों ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर अपना विरोध जताने का निर्णय लिया है। अविश्वास प्रस्ताव मंजूर होने के बाद कांग्रेस ने अपने राज्यसभा सांसदों को गुरुवार को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया। इसमें कांग्रेस के राज्यसभा सांसदों को पूरे दिन सदन में मौजूद रहने के लिए कहा गया है। वहीं दूसरी ओर जेडीयू और आम आदमी पार्टी ने भी अपने-अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के मंजूर करने के बाद विपक्षी दल आज ही प्रस्ताव पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि भारत के लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे का माइक बंद कर दिया गया। विपक्ष की आवाज का गला घोंट दिया गया है। हम आज काली पोशाक पहनकर संसद में अपना विरोध दिखा रहे हैं। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि हम (भारत का विपक्षी गठबंधन) मणिपुर संकट पर सरकार की चुप्पी के खिलाफ अपने विरोध के तहत आज काले कपड़े पहन रहे हैं। आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मणिपुर मुद्दे पर सरकार के खिलाफ विरोध करने के लिए पूरा विपक्षी गठबंधन आज काले कपड़े पहनेगा। मणिपुर मुद्दे पर संसद में हंगामे और विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार ने कहा कि वे चर्चा की मांग कर रहे हैं और हम तैयार हैं। गृह मंत्री ने कहा है कि विपक्ष जब तक चाहे चर्चा चल सकती है। वो क्यों चाहते हैं कि पीएम पहले बोलें? पीएम पहले ही संसद के बाहर बोल चुके हैं। जब जरूरी होगा तब वह अंदर बोलेंगे। वह चर्चा के बाद बोल सकते हैं लेकिन विपक्षी हंगामा कर रहे हैं। उनके पास संख्या नहीं है। विपक्षी दलों ने केंद्र के खिलाफ लोकसभा में कल पेश किया था अविश्वास प्रस्ताव बुधवार को विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने स्वीकार कर लिया है। लोकसभा अध्यक्ष सभी दलों से बातचीत के बाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए समय तय करेंगे। अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने पेश किया है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बताया कि ये कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव नहीं है, बल्कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के घटक दलों की तरफ से लाया गया है। नियम के अनुसार प्रस्ताव पर 10 दिनों के भीतर चर्चा होती है, लेकिन विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों ने गुरुवार को ही प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की है। संसद परिसर में धरने पर बैठे आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा, आज टीम ‘इंडिया’ के विरोध प्रदर्शन का चौथा दिन है। हम मांग कर रहे हैं कि पीएम मोदी को संसद में आना चाहिए और मणिपुर मुद्दे पर बोलना चाहिए। मणिपुर जल रहा है और लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं, लेकिन पीएम मोदी ‘इंडिया’ (विपक्षी गठबंधन) की तुलना आतंकवादी समूहों से कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वह 2024 में सत्ता में आएंगे। उन्हें कम से कम कुछ संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। मणिपुर पर राज्यसभा में हंगामे के दौरान बुधवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी भड़क गईं और उन्होंने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला उन्होंने कहा कि मणिपुर पर चर्चा की मांग करने वाले पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान पर चर्चा क्यों नहीं चाहते हैं।

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