जोशीमठ के सभी वार्ड भू-धंसाव की चपेट में,जानते है पूरी खबर
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव ने अब सभी वार्डों को चपेट में ले लिया है। बुधवार को जोशीमठ से 66 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। अब तक 77 परिवारों को शिफ्ट किया जा चुका है।
बता दें कि जोशीमठ जाने वाले विशेषज्ञ दल में उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से डॉ. पीयूष रौतेला, उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र से डॉ. शांतनु सरकार, आईआईटी रुड़की से प्रो. बीके महेश्वरी, जीएसआई से मनोज कास्था, डब्ल्यूआईएचजी से डॉ. स्वपना मित्रा चौधरी और एनआईएच रुड़की से डॉ. गोपाल कृष्णा को शामिल किया गया है।इससे पहले विशेषज्ञों का यह दल 16 से 20 अगस्त 2022 के बीच जोशीमठ को दौरा कर पहली रिपोर्ट सरकार को सौंप चुका है
तो वही विशेषज्ञों के अनुसार जोशीमठ में भू-धंसाव का कारण बेतरतीब निर्माण, पानी का रिसाव, ऊपरी मिट्टी का कटाव और मानव जनित कारणों से जल धाराओं के प्राकृतिक प्रवाह में रुकावट है। शहर भूगर्भीय रूप से संवेदनशील है, जो पूर्व-पश्चिम में चलने वाली रिज पर स्थित है। शहर के ठीक नीचे विष्णुप्रयाग के दक्षिण-पश्चिम में, धौलीगंगा और अलकनंदा नदियों का संगम है। नदी से होने वाला कटाव भी इस भू-धंसाव के लिए जिम्मेदार है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ भूस्खलन के जोशीमठ भूस्खलन के आकलन को लेकर एक 14 सदस्यीय समिति का गठन किया है। प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी को समिति का संयोजक बनाया गया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष निर्देश पर समिति छह जनवरी को स्थलीय भ्रमण कर स्थानीय निवासियों, व्यापारियों तथा जन प्रतिनिधियों से वार्ता करेगी। इसके बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंपेगी। तो वही प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के संयोजन में प्रदेश उपाध्यक्ष बलवंत सिंह भौर्याल, कर्णप्रायग के विधायक अनिल नौटियाल, धराली के विधायक भोपाल राम टम्टा, चमोली के जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी, पूर्व पंचायत अध्यक्ष विनोद कपरवाण, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य माधव सेमवास, उपाध्यक्ष बीकेटीसी किशोर पंवार, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्ण मणि थपलियाल, पूर्व जिला उपाध्यक्ष भगवती नंबूरी, पूर्व मंडल अध्यक्ष राकेश भंडारी, पूर्व उपाध्यक्ष एसटी प्रकोष्ठ गौर सिंह कुंवर समिति में शामिल हैं।