अल्मोड़ा जिले के सल्ट विकासखंड के ग्राम मछोड़ तोक घुंगरिया ,बुनखान, बकुखेत में पानी की बड़ी किल्लत है। यहां 123 परिवार निवास करते हैं। लेकिन मछोड क्षेत्र उप तहसील होने के बाद भी ग्रामीणों को पेयजल किल्लत। ग्रामीणों कहना है कि हमारे गांव पिछले एक साल से पानी नहीं आ रहा है। मछोड गांव तोक चौरी घरकोट घुंगरिया ,बुनखान, बकुखेत गांवों में पेयजल किल्लत बढ़ने लगी है।
इस कारण लोग पारंपरिक पेयजल स्रोतों पर निर्भर होकर रह गए हैं। लेकिन आपूर्ति नहीं हो पाती। घरकोट मछोड योजना से भी पिछले एक साल से पानी की बूंद नहीं टपकी है। इस कारण ग्रामीणों में जल संस्थान के प्रति भारी आक्रोश है। ग्रामीण दूरदराज के स्रोतों और गधेरों से पानी ढोने के लिए मजबूर हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र के जन प्रतिनिघि से कई बार शिकायत की फिर भी हमारी समस्या पर कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं। ग्रामीणों कहना है कि हमने जुलाई 2021 में पेयजल मंत्री विशन सिंह चुफाल को घरकोट मछोड पेयजल योजना के सुचारू करने के लिए पत्र दिया। कोई कारवाई नहीं हुई।
उन्होंने जल संस्थान की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के वक्त जनप्रतिनिधियों को भी इस समस्या से अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
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लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। पानी न मिलने से लोग परेशान हैं। उनका कहना है कि पानी ढोने में पूरा दिन बर्बाद हो रहा है। ग्रामीण आस लगाए हुए हैं कि इनके गांव में कब लगातार पानी आयेगा। लेकिन इन ग्रामीणों की शुद्ध लेने विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। अब तक की सरकार भले ही कितने दावे करें योजनाओं की हकीकत यही है। बस ग्रामीण आस लगाकर बैठे हैं कि कब उन्हें पानी मिलेगा। वहीं जल संस्थान के अधिकारी का कहना है कि यह लाईन जल जीवन मिशन के अन्तर्गत आती है। जल्द घरकोट, मछोड लाईन जल्द दुरस्त किया जायेगा।