Chamoli news : विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान आज (31 अक्टूबर) से पर्यटकों के लिए बंद हो गया है। हर साल की तरह इस बार भी घाटी को सर्दियों के मौसम में बंद किया गया है। बर्फबारी शुरू होने से पहले वन विभाग ने सभी प्रवेश द्वारों को सील कर दिया है। अब घाटी अगले वर्ष एक जून को दोबारा पर्यटकों के लिए खोली जाएगी। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस बार घाटी में आने वाले पर्यटकों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में कम रही। बीते वर्ष जहां लगभग 22 हजार पर्यटक पहुंचे थे, वहीं इस साल यह संख्या घटकर करीब 17 हजार के आसपास रह गई। अधिकारियों का कहना है कि लगातार बारिश, भूस्खलन और मार्ग अवरुद्ध रहने के कारण कई पर्यटक यहां नहीं पहुंच पाए।
पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे नियमानुसार बंद किया गया
फूलों की घाटी हर साल जून से अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए खुली रहती है। यह घाटी अपनी दुर्लभ फूलों की प्रजातियों, प्राकृतिक सौंदर्य और हिमालयी जैव विविधता के लिए विश्व धरोहर स्थल के रूप में जानी जाती है। यूनेस्को ने वर्ष 1982 में इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया था। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि घाटी में अब सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है और अगले कुछ दिनों में बर्फबारी की संभावना है। पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे नियमानुसार बंद किया गया है। घाटी में अगले वर्ष फिर से पर्यटकों का स्वागत जून माह में किया जाएगा, जब बर्फ पिघलने के बाद यहां रंग-बिरंगे फूलों का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।
(फूलों की घाटी: प्रमुख तथ्य)
स्थान: जोशीमठ ब्लॉक, जिला चमोली, उत्तराखंड
खुलने की अवधि: 1 जून से 31 अक्टूबर
ऊंचाई: लगभग 3,500 से 4,000 मीटर
विशेषता: 500 से अधिक फूलों की प्रजातियां, दुर्लभ जीव-जंतुओं का निवास स्थल
सिमरन बिंजोला
