मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अफसरों को दिए निर्देश कोविड की बदलती परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से रखे नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अफसरों को निर्देश दिया कि कोविड की बदलती परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से नजर रखी जाए। विगत दिनों मॉक ड्रिल में जो भी कमियां मिली हैं, उनमें तत्काल सुधार किया जाए।
अयोध्या, काशी, मथुरा आदि धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। सुरक्षा का यह माहौल आगे भी बना रहे, इसके लिए पुलिस और प्रशासन को हमेशा तत्पर रहना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग अथवा चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा संचालित सभी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती, चिकित्सकीय उपकरणों की क्रियाशीलता, पैरामेडिकल स्टाफ की समुचित उपलब्धता की गहनता से परख कर ली जाए। अस्पतालों द्वारा अपने स्तर पर भी मॉक ड्रिल किया जाए।
उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि कोविड काल के पिछले दो-ढाई वर्ष की अवधि में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में अस्थायी तौर पर कार्मिकों की तैनाती की गई थी। ऐसे कार्मिकों को वरीयता दी जाए। इस संबंध में स्पष्ट नियमावली तैयार की जाए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सर्वाधिक कोविड वैक्सीनेशन करने वाला राज्य है। वर्तमान में प्रदेश में 11 लाख से अधिक डोज उपलब्ध है। मांग के अनुरूप वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता के लिए भारत सरकार से सतत संपर्क बनाए रखा जाए। कोविड संक्रमण से बचाव में टीके की उपयोगिता स्वयंसिद्ध है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में धान खरीद की प्रक्रिया सुचारु रूप से चल रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अब तक 6.50 लाख किसानों से 41 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीद हो चुकी है। ₹8400 करोड़ की इस खरीद के सापेक्ष वर्तमान में बकाये ₹6700 करोड़ का भुगतान किसानों के बैंक खाते में किया जा चुका है। अवशेष ₹1700 करोड़ का यथाशीघ्र भुगतान करा दिया जाए।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दृष्टिगत विगत दिनों बाराबंकी जनपद में एक दिवसीय निवेशक व निर्यातक सम्मेलन आयोजित किया गया था। बाराबंकी के यह प्रयास अन्य जिलों के लिए प्रेरणास्पद है। ऐसे आयोजन अन्य जिलों में भी किए जाने चाहिए। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए।
प्रयागराज माघ मेले में कल्पवासियों और साधु-संतों की भावनाओं और आवश्यकताओं का सम्मान किया जाए। अंतर विभागीय समन्वय के साथ कार्य हो। कल्पवासियों, श्रद्धालुओं, साधु-संतों, को पूर्व में मिलने वाली सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।
तो वही शीतलहर के बीच निराश्रित जनों की सहायता के लिए प्रदेश में रैन बसेरों की स्थापना की गई है। अब तक 1200 से अधिक रैन बसेरे स्थापित किये गए हैं। हर जरूरतमंद को रैन बसेरे की सुविधा उपलब्ध हो। निराश्रित, जरूरतमंद लोगों को अब तक 2.86 लाख कंबल वितरित किये जा चुके हैं।
इस अवसर पर प्रशासन के अधिकारी सहायतार्थ उपस्थित रहेंगे। सार्वजनिक स्थलों पर अलाव के समुचित प्रबंध हों। प्रधानमंत्री जी द्वारा आगामी 13 जनवरी को वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक सबसे बड़े रिवर क्रूज टूरिज्म के सबसे लंबे रिवर क्रूज ‘गंगा विलास इपिक’ हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगें।