उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के किसानों खासकर गन्ना उत्पादित किसानों को एक बहुत बड़े तोहफे के रुप में ऐलान किया, कि सितारगंज की बंद पड़ी चीनी मिल को फिर से शुरु कर दिया जाए, साथ ही ढुलान के भाड़े की कटौती व गन्ने की कीमतों में वृद्धि कर दी गयी है।
सीएम द्वारा किए गए इस फैसले से किसान बहुत खुश है, कि पिछले 20 सालों में पहली बार पड़ोसी राज्यों से भी ज्यादा कीमत के गन्ने कर दिए है। उधर संसद में कृषि कानून रद्द हुआ, और इधर मुख्यमंत्री ने किसानों को यह तोहफा देकर उनको अपनी ओर लुभा लिया है। मुख्यमंत्री द्वारा मिल को शुरु करने के ऐलान से हजारों किसानों को बड़ी राहत मिली है।
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कृषि कानूनों की वापसी में लिए गए राजनीतिक फैसले और मुख्यमंत्री के इस कदम को सरकार का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है। भाजपा द्वारा किसानों के पक्ष में लिए गए इन सभी फैसलों से केंद्र ने किसानों को लुभाने का प्रयास शुरु कर दिया है। कृषि कानूनों से किसानों की नाराजगी व कांग्रेस का इस मामले में भाजपा पर वार दोनों जगह अडाए हुए थे, हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर में विधानसभा की सीटों पर किसानों की वोटों का असर है। मुख्यमंत्री द्वारा सोमवार को किसानों के हित में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
सिमरन बिंजोला