उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है। इसे लेकर तैयारियां जोरो शोरो पर है। रूड़की में हनुमान जंयती में हुई हिंसा के बाद साधु संतों में आक्रोश है। साधु संतो ने चारधाम यात्रा में गैर हिंदुओं के आने पर रोक लगाने की मांग की है। जिसे लेकर सीएम धामी ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड आने वाले लोगों का वेरिफिकेशन किया जाएगा. साथ ही राज्य में असामाजिक तत्वों के वेरिफिकेशन के लिए एक मुहिम चलाई जाएगी। ताकि राज्य का माहौल खराब न हो। उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है।
जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में अगले माह से शुरू हो रही चारधाम यात्रा को लेकर सीएम धामी ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल बीते दिनों संतों ने मांग की थी कि चारधाम यात्रा क्षेत्र में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाई जाए। इस पर सीएम धामी ने कहा कि सरकार के संज्ञान में यह विषय है और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा पर जाने से पहले लोगों का सत्यापन किया जाएगा। धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान यूपी, दिल्ली सहित पड़ोसी राज्यों से प्रदेश में आने वाले सभी तीर्थ यात्रियों के लिए सत्यापन की व्यवस्था की जाएगी। ताकि चारधाम यात्रा में किसी भी तरह की अव्यवस्था होने पर स्थिति से निपटा जा सके। मुख्यमंत्री ने सत्यापन व्यवस्था किसी धर्म विशेष के लिए रखे जाने की बात नहीं की।
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उत्तराखंड में हरिद्वार के भगवानपुर क्षेत्र में हनुमान जयंती के अवसर पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान कुछ अराजक तत्वों ने शोभायात्रा पर पथराव कर दिया। इससे वहां तनाव हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए भगवानपुर में आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या में पुलिस बल भेजा गया। मुख्यमंत्री स्वयं इस घटना पर नजर रखे हुए थे। वहीं, घटना के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया था।