बेनेट विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए CM योगी
ग्रेटर नोएडा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को नोएडा-ग्रेटर नोएडा के दौरे पर हैं। यहां उनका चार घंटे का कार्यक्रम है। इस दौरान मुख्यमंत्री सुबह 11.30 बजे बेनेट विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे।
देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए हमें अपने इंस्टीट्यूशन्स को इंडस्ट्री के साथ जोड़ना ही होगा। अगले 25 साल के लिए हमें अपना लक्ष्य तय करना होगा। जब देश की 142 करोड़ की आबादी एक स्वर से आगे बढ़ने के संकल्प के साथ उठ खड़ी होगी तो कोई कारण नहीं कि हमारा देश विकसित भारत न बने।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा में आयोजित एक निजी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में कहा है की भारत प्राचीन समय मे विश्व गुरु था। दुनियाभर से छात्र यहां शिक्षा और अनुसंधान के लिए आते थे। प्रधानमंत्री ने एक बार फिर भारत को विश्व गुरु बनाने का लक्ष्य रखा है।
इस अवसर पर बेनेट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति विनीत जैन, प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, राज्यमंत्री ब्रजेश सिंह, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अजीत अब्राहम, निखिल कामत सहित फैकल्टी मेंबर और बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं और उनके परिजन मौजूद रहे।
सीएम ने आगे कहा, अगर हर नागरिक अपने कर्तव्यों के ईमानदारी से निर्वहन करें तो भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनने से कोई नहीं रोक सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति का पंत-मजहब उपासना का एक तरीका हो सकता है लेकिन देश के प्रति कर्तव्य ही नागरिक का वास्तविक धर्म है।
हमें यह सोचना होगा कि हमने देश के लिए क्या किया तभी हम देश को विकसित राष्ट्र बना पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत काल में प्रधानमंत्री ने पांच प्रण का देश के नागरिकों से आह्वावान किया था। यह पांच प्रण ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं का दायित्व केवल डिग्री बांटने तक नहीं है बल्कि देश को विकसित बनाने के लिए अनुसंधान और अच्छा नागरिक तैयार करने की जिम्मेदारी भी शिक्षण संस्थानों की है।
भारत युवाओं का देश है और सबसे अधिक युवा उत्तर प्रदेश में हैं, युवा ऊर्जा से भरपूर हैं, अपनी ऊर्जा को देश की प्रगति में लगाएं। उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता शॉर्टकट से मिली सफलता दीर्घकालिक नहीं होती लक्ष्य प्राप्ति के लिए परिश्रम और पुरुषार्थ की आवश्यकता होती है युवा सदैव इस बात को ध्यान में रखें।