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रायमोंडो वाणिज्यिक संवाद के दौरान दोनों देशों ने एक कार्यसमूह की घोषणा की, जो दोनों देशों के मजबूत व्यापार और उद्यमशीलता की साझा भावना का लाभ उठाएगा.

रायमोंडो ने अमेरिका-भारत व्यापार परिषद की वार्षिक भारत विचार शिखर बैठक को संबोधित करते हुए कहा, "यह हमारी सरकारों के बीच रक्षा, सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला, स्वच्छ ऊर्जा और अंतरिक्ष सहित वाणिज्यिक और रणनीतिक प्रौद्योगिकी भागीदारी को बढ़ाने का अवसर होगा."

प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी भागीदारी बढ़ाने का अवसर : रायमोंडो वाणिज्यिक संवाद के दौरान दोनों देशों ने एक कार्यसमूह की घोषणा की, जो दोनों देशों के मजबूत व्यापार और उद्यमशीलता की साझा भावना का लाभ उठाएगा. वॉशिंगटन: अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो ने कहा है कि अगले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा भारत-अमेरिका की वाणिज्यिक और रणनीतिक प्रौद्योगिकी भागीदारी को आगे बढ़ाने का अवसर होगी. राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन 22 जून को वॉशिंगटन डीसी में राजकीय अतिथि के रूप में मोदी का स्वागत करेंगे. वह उसी दिन अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति और प्रथम महिला बाद में रात्रि भोज में मोदी की मेजबानी भी करेंगे. रायमोंडो ने अमेरिका-भारत व्यापार परिषद की वार्षिक भारत विचार शिखर बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “यह हमारी सरकारों के बीच रक्षा, सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला, स्वच्छ ऊर्जा और अंतरिक्ष सहित वाणिज्यिक और रणनीतिक प्रौद्योगिकी भागीदारी को बढ़ाने का अवसर होगा.” रायमोंडो भारत-अमेरिका संबंधों की समर्थक मानी जाती हैं. वह और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकी के विकास और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. रायमोंडो ने कहा, “सेमीकंडक्टर इस प्रयास के लिए आवश्यक हैं और जिस समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर मंत्री गोयल और मैंने मार्च में हस्ताक्षर किए थे, वह दोनों पक्षों को और नजदीक लाएगा. हम दोनों मजबूत और अधिक सुरक्षित सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला बनाने की तत्काल आवश्यकता के पक्ष में हैं.” वाणिज्यिक संवाद के दौरान दोनों देशों ने एक नए कार्यसमूह की भी घोषणा की, जो दोनों देशों के मजबूत व्यापार और निवेश संबंधों और उद्यमशीलता की साझा भावना का लाभ उठाएगा. विशेष रूप से यह उभरती प्रौद्योगिकियों में नवोन्मेषण और रोजगार को बढ़ाने पर जोर देगा.

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