पिछले एक साल से कृषि कानूनों के खिलाफ जो आंदोलन चल रहा था, उसे पीएम मोदी ने गुरू नानक जयंती के मौके पर वापस लेने की घोषणा की। वहीं किसान संगठनो ने पीएम मोदी की इस घोषणा का स्वागत किया।
सूत्रों के अनुसार कृषि कानूनों की वापसी एलान के बाद, पंजाब में 32 किसान संगठनों ने आज दोपहर 2 बजे बैठक करने जा रहे है। इस बैठक में आगे की रणनीति तैयार करने पर मंथन किया जाएगा, संयुक्त किसान मोर्चा की जो आज बैठक होने वाली थी, वह टाल दी गई है। जानकारी के अनुसार रविवार को सिंघु बॉर्डर पर किसान मोर्चा की बैठक होगी, उस बैठक के बाद किसानों की अगली रणनीति का एलान किया जाएगा। किसान आंदोलन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि, किसान आंदोलन तत्काल वापस नहीं लिया जाएगा। संसद सत्र में कानून वापस लेने की प्रकिया शुरू हो जाएगी उसके बाद ही किसान आंदोलन खत्म किया जाएगा।
राकेश टिकैत का कहना यह भी था “कि जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा, उसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गांरटी कानून और किसानों से बात-चीत करने के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी”। भारतीय किसान यूनियन ने ये भी कहा कि 10 हजार से ज्यादा किसानों पर मुकदमा भी दर्ज है। उन सबका क्या होगा, प्यार की भाषा बोलकर बातचीत करके बदलने की जरूरत नहीं है।