देश की राजधानी दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदुषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए परिवहन विभाग पीयूसी अभियान कि गति बढ़ाने वाला है। दिल्ली परिवहन विभाग ने गाडियों के लाईसेंस के साथ प्रदुषण नियंत्रण प्रमाणपत्र(पीयूसीसी) भी जरुरी कर दिया है। साथ ही पीयूसी न बनवाने वाले का चालान कांटने में भी गति बढ़ा दी है। अब बिना पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट के बिना सड़को पर चलने वाली गाड़ियों चलाना 10,000 रुपये कर दिया जाएगा।
राजधानी में प्रदुषण के स्तर को कम करने के लिए वाहन का पीयुसी ना होने पर पेट्रोल भरवाते समय 10,000 रुपए का चालान है। साथ ही पेट्रोल पंपों पर भी जांच के लिए सिविल डिफेंस वालटिंयर की टीमें भी रखी है ।
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6 दिसंबर को कटे सबसे अधिक चालान
इस अभियान के तहत बीते 1 दिसंबर से 6 दिसंबर तक 872 चालान काटे गए। वहीं 6 दिसंबर को 315 चालान कांटे गए जो बीते दिनों में सबसे अधिक है। 1 से 6 दिसंबर तक 85 लाख 20 हजार का कुल जुर्माना लगा गया है। बीते सितंबर से लेकर नवंबर तक कुल 15 हजार पांच सौ 38 कांटे चालानों में 4089 चालान पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण जांच के अभियान के तहत शामिल हैं। इन चालानों में कुल 15 करोड़ 53 लाख 80 हजार रुपये की राशि का जुर्माना आंका गया है।
शुंभागी चौहान