केंद्रीय जांच ब्यूरो अर्थात CBI ने उत्तराखंड के ITBP सीमाद्वार देहरादून में जवानों के राशन में हुए घोटाले का पर कड़ी कार्रवाई करी है। CBI ने घोटाले के आरोपित 23वीं बटालियन के तत्कालीन कमांडेंट समेत दो दरोगा और तीन बड़े राशन व्यापारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया है। दरअसल 23वीं ITBP बटालियन के तत्कालीन कमांडेंट पर आरोप है कि उसके द्वारा जवानों को मिलने वाले रसद की आपूर्ति में करीब 70 लाख का घोटाला किया गया है। CBI ने गृह मंत्रालय की अनुमति से मामले की जांच शुरु कर दी है। इससे पहले भी आरोपी कमांडेंट, दरोगा समेत अन्य के खिलाफ चमोली स्थित अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर में केरोसिन ऑयल की आपूर्ति में बड़ा घोटाला करने पर दर्ज मुकदमे में सीबीआई चार्जशीट दे चुकी है। 23वीं बटालियन के तत्कालीन कमांडेंट आरोपित अशोक कुमार गुप्ता पर आरोप है कि उसने देहरादून में तैनाती के दौरान जवानों को मिलने वाले राशन में कई लाख का घोटाला किया, जो कि अब वर्तमान में बिहार में तैनात है। आरोप है कि साल 2017 से 2019 के बीच अशोक कुमार गुप्ता ने जवानों की खाद्य आपूर्ति वाले पदार्थों जैसे रसद, मीट, मछली, अंडा, पनीर, फल आदि में बड़ा घोटाला कर अपने दो दरोगा, रसद आपूर्ति करने वाले तीन व्यापारियों के साथ मिलीभगत कर करीब 70,56,787 रुपयों का गबन किया है।
हुआ मुकदमा, महकमें में हड़कंप
जवानों के राशन में हुए घोटाले को लेकर मामले की आंतरिक जांच शुरु की गई जिसमें लाखों का घोटाले का खुलासा होने पर IG नार्दन फ्रंटियर सीमाद्वार ने गृह मंत्रालय से मुकदमें की अनुमति मांगी, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने CBI को मुकदमा दर्ज करने की अनुमति दे दी, अब वर्तमान कमांडेंट पीयूष पुष्कर ने सीबीआई को तहरीर दी है। CBI की देहरादून शाखा के SP सतीश कुमार राठी ने मुकदमे को दर्ज कर संपूर्ण मामले की विस्तृत जांच इंस्पेक्टर शरदचंद गुसाईं को सौंपी है, तो वहीं कमांडेंट के खिलाफ भ्रष्टाचार का दूसरा मुकदमा दर्ज होने से उनके कार्यकाल में तैनात अन्य अफसरों, जवानों और वाहिनी को आपूर्ति करने वाले व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
तत्कालीन कमांडेंट समेत 7 लोग पर CBI का एक्सन
CBI ने घोटाले की जांच कर लिप्त आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है जिसमें कमांडेंट अशोक कुमार गुप्ता, एसआई सुधीर कुमार, एएसआई अनुसूया प्रसाद, नरेंद्र आहूजा निवासी आहूजा ट्रेडर्स 141 राजपुर रोड, नवीन कुमार निवासी कौलागढ़ रोड देहरादून, विनय कुमार निवासी हरिद्वार रोड और एक अज्ञात शख्स पर ( जो कि पब्लिक सर्वेंट है ) के नाम शामिल है।