जर्मनी व अमेरिका की तकनीक से बना यमुना एक्सप्रेसवे से एक बड़ा हादसा सामने आया है, जहा बस चालक की की लापरवाही से 5 लोगों की मौत हो गई है। बता दे की यमुना एक्सप्रेसवे लोगों की सहूलियत के लिए बनाया गया था। इस पर चलने के लिए नियम कायदे भी तय हैं लेकिन वाहन चालक इसका पालन नहीं करते हैं। यही कारण रहा कि बस चालक ने एक कार को रौंद दिया।
इस हादसे के दौरान चालक ने एक नहीं तीन लापरवाही बरती। नींद, तेज रफ्तार व ओवरटेक की लेन में बस चलाना ही हादसे का कारण बना। यदि बस में सवारियां होतीं तो कई की जान भी जा सकती थी।
यमुना एक्सप्रेसवे पर उल्टे सीधे वाहनों को चलाने वाले को कोई रोकने वाला नहीं है। दिन के वक्त भी जो लेन जिसके लिए निर्धारित है, उसका पालन नहीं किया जाता। अधिकतम रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो ओवरटेक से पहले लेन निर्धारित है। कार अगर ओवरटेक करनी है, दाहिनी तरफ डिवाइडर से सटी लेन पर ओवरटेक कर आगे निकाल सकते हैं। तीसरी लेन बसों के लिए निर्धारित है और सबसे किनारे वाली लेन पर ट्रैक्टर व धीमी गति से चलने वाले वाहन चलते हैं। लेकिन बस चालक ओवरटेक वाली लेन में बसों को दौड़ाते नजर आते है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यही गलती इस बस चालक ने की है। अगर यह अपनी लेन में कम रफ्तार से चल रहा होता तो हादसा नहीं होता। इतना ही नहीं रात के वक्त तो बस व ट्रक भी ओवरटेक वाली लेन में दौड़ते हैं। पुलिस इन वाहनों को नहीं रोकती है। हालांकि SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि उन्होंने जिले की सीमा में आने वाले यमुना एक्सप्रेसवे पर यातायात के नियमों का पालन करने के लिए सख्त हिदायत दी है, साथ ही एक्सप्रेसवे प्रबंधन से भी नियमों का सख्ती से लागू करने के लिए कहा है।
बता दे की मृतकों में से एक आर्यन नामक युवक एयरफोर्स की तैयारियां कर रहा था। पिता महेंद्र सिंह ने बताया कि आर्यन उनका बड़ा बेटा था। एयरफोर्स की तैयारी कर रहा था। उसकी मौत से पूरे परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा