स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत फुल फॉर्म में नजर आए। जिला मुख्यालय रुद्रपुर पहुंचकर उन्होंने खाद्य संरक्षा औषधि प्रशासन की प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। उसके बाद उन्होंने कलेक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की बैठक लेकर उन्हें नसीहत दे डाली। साथ ही सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दिया। धन सिंह रावत ने निर्देश दिए कि जन्म प्रमाण पत्र अस्पताल से डिस्चार्ज के साथ ही दिया जाएगा। इसके अलावा जिन अस्पतालों में भी स्टॉफ की कमी है। वहां पर और आउटसोर्स से पद भरे जाएं।
उन्होंने 10 जून को सभी ड्रग इंस्पेक्टरों की बैठक बुलाई है, जिसमें मेडिकल स्टोरों के सत्यापन के निर्देश भी दिए जाएंगे ताकि बिना लाइसेंस के चल रहे मेडिकल स्टोर पर सख्ती की जा सकेगी। इसके साथ ही आयुष्मान का भुगतान भी उन्होंने 7 दिन के भीतर करने के निर्देश दिए। 23 करोड़ रुपए से क्रिटिकल यूनिट स्थापित करने के लिए उन्होंने 2 बीघा जमीन खोजने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने 2 साल के भीतर मेडिकल कॉलेज का काम पूरा करके शुरू करने की बात भी कही। उन्होंने स्वास्थ्य के अफसरों को चेताया कि डीएम के साथ हर सप्ताह बैठक कर प्रगति रिपोर्ट बताएं। इसके साथ ही उन्होंने जिले भर में संसाधनों की कमी की जानकारी ली और उन्हें पूरा करने के निर्देश दिए। कहा, 20 दिन के भीतर एएनएम, 50 दिन के भीतर नर्सों की नियुक्ति कर दी जाएगी। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि अस्पताल से दवाएं 3 दिन की न देकर 7 दिन की दी जाएं, ताकि मरीजों को बार बार चक्कर न लगाने पड़े..
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उन्होंने औषधि निरीक्षक से जिले में लाइसेंस धारी औषधि की दुकानों की जानकारी ली, लेकिन वह सटीक जानकारी नहीं दे सके, उन्होंने इस पर नाराजगी जताई। इसके साथ ही यह भी कहा कि मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट सफेद कोट पहन के बैठे ताकि उनकी प्रमाणिकता सिद्ध हो सके।