उत्तराखंड में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे है। ऐसे में हर संभव प्रयास किए जा रहे है। जहां एक और नई शिक्षा नीति लागू की जा रही है। वहीं राज्य में अब छात्र-छात्राएं 75 विषय पढ़ सकेंगे। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार राज्य के सरकारी महाविद्यालयों में नए शिक्षा सत्र से वेद, ज्योषित और वैदिक गणित सहित छात्र-छात्राओं को 75 विषय पढ़ाए जाएंगे। जिसकी कवायद शुरू हो गई है। मीडिया रिपोर्टस की माने तो राज्य में अब वेद, ज्योषित और वैदिक गणित को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा, च्वाइस बेस एजुकेशन, क्रेडिट बेस सिस्टम व रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा। राज्य में नए शिक्षा सत्र से वेद, ज्योतिष और वैदिक गणित के पाठ्यक्रम शुरू किए जाने के लिए शासन स्तर पर पहल शुरू कर दी गई है। तीनों विषयों के पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कमेटी बनाई गई है। कमेटी में शामिल सदस्यों ने पाठ्यक्रम तैयार करना शुरू कर दिया है। पाठ्यक्रम तैयार करने से पहले कमेटी के सदस्य प्रदेशभर में शिक्षाविदों की राय लेंगे।
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बताया जा रहा है कि सीएम धामी ने अफसरों से कहा कि वे VVIPs और VIPs के पीछे न लगें और उनकी व्यवस्था में लग के आम श्रद्धालुओं की दिक्कतों पर से ध्यान न हटाएँ। देश और दुनिया के अनेक हिस्सों से आ रहे लाखों श्रद्धालु अपने साथ उत्तराखंड और चार धाम यात्रा से जुड़ी अच्छी याद ले के लौटें, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस बाबत किसी भी किस्म की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही अब प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगाकर केदारनाथ मंदिर का वीआइपी प्रवेश द्वार बंद कर दिया है। अब हेली सेवा से आने वाले श्रद्धालु भी सामान्य लाइन में खड़े होकर दर्शन करेंगे। लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को हर हाल में दो घंटे के भीतर दर्शन कराने होंगे।