कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है NITGI के कोविड कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने बताया कि कोविड के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा फैसला है उन्होंने आज कहा कि मार्च से 12 से 14 साल के बच्चों का टीकाकरण शुरु होने की संभावना है क्योंकि तब तक 15 से 18 साल के किशोरों का पूरी तरह से टीकाकरण पूरा हो जाने की संभावना है यह अभियान इस साल तीन जनवरी को 15 से 18 साल के किशोरों का टीकाकरण शुरु किया गया था।
16 जनवरी को स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने के साथ ही देश मे टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुआ यही नहीं एक मार्च 2021 को 60 साल से अधिक उम्र और गंभीर रोगों से ग्रस्त 45 से 60 साल के लोगों का टीकाकरण शुरु किया गया था पिछले साल एक अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन दी जानी शुरु की गई थी पिछले साल एक मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण शुरु हुआ था।
टीकाकरण के अहम पड़ाव
इस साल 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर और गंभीर रोगों से ग्रसित 60 साल से अधिक उम्र वालों को बूश्टर डोज देनी शुरु की गई थी यदि टीकाकरण के अहम पड़ावों पर गौर करें तो पिछले साल एक अप्रैल तक देश में 10 करोड़ डोज लगाई गई थी पिछले ही साल 21 अक्टूबर को 100 करोड़ डोज लगाने का आंकड़ा पार किया गया था।
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इन वैक्सीन को दी जा चुकी है मंजूरी
देश में कोरोना के खिलाफ अब तक पांच वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी जा चुकी हैं इनमें आक्सफोई एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित कोविशील्ड, भारत बायोटेक द्वारा पूरी तरह से स्वदेशी तौर पर विकसित और उत्पादित कोवैक्सीन और अमेरिकी दवा कंपनी माडर्ना की वैक्सीन शामिल हैं देश में अमेरिकी दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के साथ ही जॉयडस कैडिला की ओर से विकसित और उत्पादित जॉयकोव डी को भी मंजूरी दी जा चुकी है।
आरती राणा